भाजपा नेताओं में आक्रोश व्याप्त, जमकर हुई नारेबाजी
एसओ रौनापार के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ जिले के रौनापार थाने का रविवार को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घेराव कर प्रदर्शन किया। सभी रौनापार मंडल महामंत्री को पुलिस द्वारा उठाए जाने से आक्रोशित थे। एसएचओ जीयनपुर के पहुंचने व जांच का आश्वासन देने पर लोगों ने घेराव समाप्त किया। रौनापार थाना पुलिस शनिवार रात उर्दिहा गांव में दबिश देने के लिए पहुंची। इस दौरान भाजपा रौनापार मंडल के महामंत्री वीरेंद्र पटेल समेत दो अन्य को एसओ राम प्रसाद बिंद थाने उठा लाए। वीरेंद्र पटेल से पूछताछ के बाद रविवार सुबह उन्हें छोड़ भी दिया गया। इधर, भाजपा मंडल महामंत्री को घर से उठा कर थाने लाने की सूचना से भाजपा नेताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। रौनापार मंडल अध्यक्ष शिवकुमार मौर्या के नेतृत्व में कार्यकर्ता रविवार सुबह नौ बजे रौनापार थाने का घेराव किया। एसओ रौनापार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की जा रही थी। सूचना मिलते ही एसएचओ जीयनपुर कोतवाली यादवेंद्र पांडेय मौके पर पहुंचे। भाजपा नेताओं की तरफ से उन्हें पत्रक दिया गया। एसएचओ जीयनपुर के आश्वासन पर लगभग तीन घंटे बाद थाने का घेराव समाप्त हुआ। सीओ सगड़ी महेंद्र शुक्ला ने कहा कि एक प्रकरण में भाजपा मंडल महामंत्री को थाने लाया गया था। जिसके विरोध में भाजपा के लोग थाने पर पहुंचे थे। एसएचओ जीयनपुर कोतवाली को मौके पर भेज कर मामला शांत करा दिया गया है। प्रकरण की जांच कराई जा रही है।
एसओ रौनापार रामप्रसाद बिंद ने बताया कि 22 जुलाई को इस्माइलपुर गांव निवासी विनोद यादव उर्दिहा गांव गया था। जहां वह किसी के घर में घुस गया। जिस पर गांव के लोगों ने उसे पकड़ लिया और बांध कर मारपीट की। घटना का किसी ने वीडियो बना कर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो एसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया। एसपी के निर्देश पर ही वे उर्दिहा गांव दबिश देने पहुंचे थे। वायरल वीडियो में भाजपा मंडल महामंत्री के भाई भी शामिल थे। जिसके चलते भाजपा मंडल महामंत्री को थाने पूछताछ के लिए लाया गया था। जिन्हें सुबह छोड़ भी दिया गया।