प्रदेश में आगरा कमिश्नरेट ने शादी समारोह के दौरान संभावित चोरी और टप्पेबाजी की घटनाओं को लेकर अनूठा प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत आगरा पुलिस शहर के हरेक मैरिज हॉल में आयोजन के दौरान बारातियों की भीड़ के बीच मौजूद रहेगी। इसके अलावा शहर के सभी मैरिज हॉल और धर्मशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए गए हैं। इन कैमरों को पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाएगा। इससे चोरों और बदमाशों पर पुलिस सीधी नजर रख सकेगी। इस संबंध में आगरा के डीसीपी सिटी सूरज राय ने गाइड लाइन जारी कर दी है। डीसीपी सिटी के मुताबिक शादियों के सीजन में चोरी और टप्पेबाजी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इन घटनाओं को रोकने के लिए सबसे पहले प्रिवेंटिव बिंदुओं पर काम शुरू किया गया है। इसमें प्रयास किया जा रहा है कि कहीं कोई चोरी या टप्पेबाजी की घटना ही ना हो।
इसके लिए शादियों के दौरान हरेक स्थान पर सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा सभी मैरिज गार्डन और धर्मशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है। इन सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस पुलिस के पास भी रहेगा। इससे पुलिस कहीं भी होने वाली घटना पर सीधी नजर रख सकेगी। उन्होंने बताया कि पुलिस शहर में होने वाले शादी समारोहों का डेटा भी तैयार कर रही है। इस डेटा के आधार पर पुलिस सभी शादी वाले घरों के आसपास पेट्रोलिंग बढ़ाएगी। इसके साथ इन घरों के आसपास मंड़राने वाले लोगों पर नजर भी रखी जाएगी। यह तो हुई प्रिवेंटिव कार्रवाई, इसके बाद दंडात्मक कार्रवाई भी होगी। उन्होंने बताया कि किसी भी शादी समारोह में होने वाली घटनाओं को लेकर पुलिस 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेगी।
जहां कहीं से किसी तरह की घटना की शिकायत मिलेगी, पुलिस न्यूनतम समय पर पहुंच कर जरूरी कार्रवाई करेगी. बता दें कि 12 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के साथ ही शहर में शादियों का सीजन शुरू हो गया है। उम्मीद है कि 15 दिसबंर तक चलने वाले इस सहालग सीजन के दौरान आगरा शहर में 30 हजार से अधिक शादी समारोहों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए पहले से ही होटल, धर्मशाला और मैरिज गार्डन की बुकिंग हो चुकी है। कई जगह लोग अपने आवास पर भी शादी समारोहों का आयोजन कर रहे हैं।