*TV20 NEWS|| PUNJAB : जहरीली शराब का कहर: 14 की मौत,कई गंभीर; मेन सप्लायर धराया!*

अमृतसर। पंजाब के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के गांवों भंगाली, धरीएवाल और मराडी कलां में जहरीली शराब ने तांडव मचा दिया। जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई। हादसा सोमवार देर रात हुआ। 14 लोगों की मौत से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। यह पंजाब में तीन साल में चौथी बड़ी जहरीली शराब त्रासदी है। एसएसपी अमृतसर मनिंदर सिंह ने बताया कि कल रात करीब 9.30 बजे सूचना मिली कि नकली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है। हमने तुरंत कार्रवाई की और चार लोगों को हिरासत में लिया। हमने मुख्य सप्लायर परबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। हमने उससे पूछताछ की और किंगपिन सप्लायर साहब सिंह के बारे में पता लगाया। हमने उसे भी हिरासत में ले लिया है। हम इस बारे में जांच कर रहे हैं कि उसने किन-किन कंपनियों से यह शराब खरीदी है।

हमें पंजाब सरकार की तरफ से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि नकली शराब के सप्लायरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। छापेमारी जारी है। निर्माताओं को जल्द ही हिरासत में लिया जाएगा। सख्त धाराओं के तहत दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। नागरिक प्रशासन और हम घर-घर जाकर पता लगा रहे हैं कि किसने नकली शराब पी है ताकि और लोगों की जान बचाई जा सके। 14 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 6 लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं। यह घटना पांच गांवों में हुई।
वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार, मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है क्योंकि कई लोग गंभीर हैं। अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि मजीठा में एक दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी हुई है। हमें 5 गांवों से रिपोर्ट मिली कि कल शराब पीने वाले लोगों की हालत गंभीर है। हमने अपनी मेडिकल टीमें भेजीं। हमारी मेडिकल टीमें अभी भी घर-घर जा रही हैं। लोगों में कुछ लक्षण हों या न हों, हम उन्हें अस्पताल ले जा रहे हैं ताकि हम उन्हें बचा सकें। अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार हर संभव मदद कर रही है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि मौतों का यह आंकड़ा न बढ़े…हमने आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच चल रही है।
पुलिस ने संदिग्ध शराब विक्रेताओं की तलाश शुरू कर दी है। प्रशासन ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ताकि मौत के कारणों की पुष्टि हो सके। घटना के बाद राजनीतिक दलों ने भी सरकार पर निशाना साधा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।