उच्च जोखिम गर्भावस्था महिलाओं को किया गया चिन्हित, दिया गया निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएं

 

आजमगढ़ 12 अक्टूबर– सुरक्षित मातृत्व अभियान से संबंधित सभी कार्यक्रमों पर जिलाधिकारी राजेश कुमार की निगाह रहती है। प्रत्येक माह की नौ तारीख को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर फूलपुर ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) महिलाओं को चिन्हित करने के लिए निरूशुल्क जांच की गई और उन्हें दवा वितरित कर चिकित्सीय परामर्श भी दिया गया।
फूलपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी (एमओआईसी) डा. राम आशीष सिंह यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस हर महीने की नौ तारीख को मनाया जाता है। इस दिन समस्त गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जाँचें एवं अन्य गर्भावस्था संबंधी जांच की जाती है। इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को चिह्नित किया जाता है जिससे उनकी विशेष देखभाल की जा सके। महिलाओं में अगर खून की कमी है तो उसके शरीर में खून की कमी पूरा करने के साथ देखभाल की जाती है। इस दिन आने वाली सभी गर्भवती की एचआईवी जांच की जाती है। यदि महिला एचआईवी पाजिटिव के साथ गर्भवती है तो उसके लिए विशेष इलाज की व्यवस्था की जाती है।
फूलपुर के ब्लाक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (बीसीपीएम) सुशील कुमार मौर्य ने बताया कि इस दिवस पर आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती को लाकर सारी जरूरी जांचें कराती हैं। वह कहते हैं कि जिन महिलाओं पहला बच्चा सिजेरियन हुआ रहता है, जिनका हीमोग्लोबिन सात ग्राम से कम होता है, जिनका रक्तचाप ज्यादा, उम्र अधिक होती है और जिन्हें झटके आते हैं, यह सभी गर्भवती उच्च जोखिम गर्भावस्था के प्रसव की श्रेणी में आती हैं। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता ही अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती महिलाओं को एम्बुलेंस से लेकर आती हैं। यहां पर निःशुल्क ओपीडी की पर्ची दी जाती है। गर्भवती के यहां आने पर उनके सूक्ष्म जलपान की व्यवस्था रहती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाने के बाद उनकी सभी आवश्यक जांचें और दवाएं निःशुल्क दी जाती हैं। दोपहर एक बजे तक 15 के करीब महिलाएं जांच करवा रही थीं या करवा चुकी थीं, जिनमें से दो उच्च जोखिम वाली चिह्नित की गई थीं। इन महिलाओं को प्रभारी चिकित्साधिकारी (एमओआईसी) डा. राम आशीष सिंह यादव तथा डॉ चंद्रमुखी यादव ने उचित परामर्श दिया। अर्चना श्रीवास्तव तथा एक अन्य स्टाफ नर्स ने उन्हें सहयोग दिया।
निःशुल्क एम्बुलेंस बीसीपीएम सुशील कुमार मौर्य ने बताया कि महिला के गर्भवती होने से लेकर उसका बच्चा एक साल का हो जाने तक महिला निःशुल्क एम्बुलेंस की मदद ले सकती है।
बोले लाभार्थी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर आई खोजापुर की आरती ने बताया कि वह दूसरी बार आई हैं और यह उनका पहला बच्चा है। वहीं करीमपुर की विद्या ने बताया कि यह उनका दूसरा बच्चा है और पहली बार यहां आईं हैं। उनकी सभी जांचें हो गईं और दवाएं मिल गईं।