निजामाबाद की विश्व प्रसिद्ध शिल्पकला ब्लैक पॉटरी को आगे बढ़ाने के लिए “स्फूर्ति” योजना के तहत मिनी ब्लैक पॉटरी कलस्टर की की गई है शुरूआत
आजमगढ़ 21 फरवरी– भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय व खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा निजामाबाद की विश्व प्रसिद्ध शिल्पकला ब्लैक पॉटरी को आगे बढ़ाने के लिए “स्फूर्ति” योजना के तहत मिनी ब्लैक पॉटरी कलस्टर की शुरूआत की गई है। निजामाबाद क्षेत्र के डोडोपुर गांव में इस सामान्य सुविधा केन्द्र को स्थापित किया गया है। इस कलस्टर के क्रियान्वयन का कार्य सामाजिक उत्थान सेवा समिति, नत्थूपुर, रानी की सराय, आजमगढ़ द्वारा किया जा रहा है। इस कलस्टर के माध्यम से 300 शिल्पकारों को आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
132.93 लाख रुपये परियोजना लागत से निर्मित कलस्टर का शुभारम्भ 22 फरवरी 2021 को नितिन गडकरी (केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री, भारत सरकार) और प्रताप चन्द्र षडड्गी (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम और पशुपालन, डेयरी व मत्स्य पालन राज्य मंत्री, भारत सरकार द्वारा वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सायं 5.30 बजे किया जाएगा।
स्थानीय स्तर पर इस उद्घाटन का प्रतिनिधित्व श्रीमती नीलम सोनकर (पूर्व सांसद व प्रदेश उपाध्यक्ष) द्वारा किया जाएगा । इस परियोजना को भारत सरकार द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए अनुमोदित कराकर सामान्य सुविधा केन्द्र क्षेत्र की जनता को समर्पित किया जा रहा है। श्रीमती नीलम सोनकर वर्ष 2016 से इस परियोजना को क्षेत्र से जोड़ने में प्रयासरत थी। आज उनके कठिन परिश्रम के कारण क्षेत्र के लगभग 300 लोगों को रोजगार से जोड़ने का एक जरिया सुनिश्चित हो पाया है। इस कलस्टर में मिट्टी के बर्तन के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है, जिससे मिट्टी को गूथने से लेकर बर्तन बनाने का कार्य बहुत आसानी से किया जा सकता है। बर्तन को पकाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकि से निर्मित डीजल फरनेस भी लगाया गया है। वर्तमान समय में इस कलस्टर की उत्पादन क्षमता मासिक लगभग 5 लाख मिट्टी के बर्तन (गिलास, कटोरी, प्लेट, मटका व दीपक) तैयार करने की है। यहां से बने प्रोडक्ट को बाजार में सस्ते मूल्य पर दुकानों को बेचा जा रहा है जिससे इस कार्य से जुड़े शिल्पकारों को पारिश्रमिक प्रदान किया जा रहा है। संस्था सामाजिक उत्थान सेवा समिति का उद्देश्य यह है कि इस परियोजना से क्षेत्र के शिल्पकारों को इस सामान्य सुविधा केन्द्र से जोड़ना और इनकी आय वृद्धि करना है। सामान्य सुविधा केन्द्र पर शिल्पकारों को ब्लैकपॉटरी का भी प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे प्रशिक्षित शिल्पकार ब्लैक पॉटरी कलाकृति को बनाए और बाजार में इसका अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकें।