यूपी और एमपी में कोरोना संक्रमण चरम पर है। आइआइटी प्रोफेसर के मॉडल में अब धीरे-धीरे केस की संख्या कम हो सकते हैं। कानपुर समेत वाराणसी और प्रयागराज वासियों को कोरोना के मामलों से राहत मिल सकती है।
कोरोना संक्रमण की चपेट में देश के कई राज्य हैं। कुछ में केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जबकि उप्र और मध्यप्रदेश समेत कुछ जगह संक्रमितों की संख्या पीक (चरम) पर है। अब यह धीरे-धीरे नीचे आएगी। नए पॉजिटिव केसों से इतर ठीक होने वालों की संख्या में इजाफा होने लगा है। यह आकलन आइआइटी कानपुर के साइबर सिक्योरिटी ऑफ साइबर फिजिकल सिस्टम्स इनोवेशन हब के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने मैथमेटिकल मॉडल सूत्र से किया है। उनके नतीजे अगले कुछ दिनों में कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और लखनऊ में केस कम होने की ओर इशारा कर रहे हैं।
हालांकि, देश में चार से आठ मई के बीच प्रतिदिन चार लाख से अधिक केस एक दिन में सामने आएंगे। उसके बाद संक्रमण की रफ्तार कम होगी। उन्होंने ग्राफ के आधार पर केस बढऩे और कम होने का अनुमान लगाया है। अलग-अलग राज्यों और उनके प्रमुख शहरों की रिपोर्ट को ट्वीट किया है। उन्होंने बताया कि कुछ राज्य बेहतर स्थिति में हैं, जबकि कुछ में अगले 15 से 20 दिन के अंदर केस तेजी से बढ़ेंगे।
30 अप्रैल तक केस बढऩे का लगाया था अनुमान
मॉडल ने देश के कई शहरों में 15 से 30 अप्रैल के बीच केस बढऩे और चरम पर पहुंचने का आकलन किया था। लगभग अधिकतर शहरों का आकलन सटीक बैठा है।
राज्यवार ऐसी होगी स्थिति
आंध्र प्रदेश : केस 10 से 15 मई के बीच तेजी से बढ़ेंगे
मध्य प्रदेश : संक्रमित मामले लगभग चरम पर पहुंच चुके हैं। अब इनमें गिरावट आएगी।
गुजरात : अनुमान से पहले कम हुए मामले।
दिल्ली : संक्रमितों की संख्या चरम पर पहुंच चुकी है।
बिहार : पॉजिटिव केस अभी तेजी से बढ़ेंगे।
छत्तीसगढ़ : संक्रमण की रफ्तार तेज हो चुकी है।
महाराष्ट्र : केस कम होने की शुरुआत हो गई है।
राजस्थान : अगले कुछ दिन में संक्रमण कम होगा।
हरियाणा : संक्रमण की गति सामान्य रूप से चलेगी।