लाल बिहारी मृतक ने डीएम के माध्यम से पीएम को लिखा पात्र, मांगे चौकाने वाली थी

पत्र में क्या कुछ है यहाँ पढ़िए …..
विषय : अत्याचार सहने वाले कायर, बुझदिल, मुर्ख, अनपढ़, गवार, अपमानित पुरस्कार के मांग के सम्बन्ध में।

निवेदन है कि प्रार्थी लाल बिहारी मृतक पुत्र स्वर्गीय चौथी माता स्वर्गीय परमी देवी मनुष्य जाति में पुरुष और कानून में अनुसूचित जाति का चमार है वार्ड न. 6 अमिलो नगरपालिका व थाना मुबारकपुर,तहसील सदर जिला आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का निवासी सामाजिक कार्यकर्ता मृतक संघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष है।

  1. प्रार्थी का जन्म दिनांक 6 मई 1955 में ग्राम खलीलाबाद पोस्ट-संजरपुर विकास खंड मिर्जापुर थाना व वर्तमान तहसील निजामाबाद व तत्कालीन तहसील सदर जिला-आजमगढ़ में न्यायलय नायब तहसीलदार द्वारा दिनांक-30-07-1976 को भू राजस्व अभिलेखों में जीते जी मृत घोषित कर दिया गया था। मानव अधिकारों की रक्षा मौलिक अधिकारों मान सम्मान हेतु मुर्दा से जिन्दा होने की लड़ाई लगभग 18 वर्ष लड़ने के बाद जिला प्रशासन दिनांक-30 जून 1994 को मुर्दा से पुनः जिन्दा कर दिया है। अपने साथ-साथ अन्य हजारों-हजार पीड़ितों और जीवित मृतकों को 45 वर्षों में मानवाधिकारों की रक्षा कर सामाजिक न्याय किया है।
  2. जिन्दा मुर्दा के संघर्ष में एक एकड़ जमीन अमिलो में 10 हजार रुपया विसवा की बेचनी पड़ी। वर्तमान में उस जमीन का दाम लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपया है। पैत्रिक जमीन ग्राम-खलीलाबाद की आठ विस्वा की कीमत वर्तमान में छः लाख रुपया है करोड़ों रुपया गवाने के बाद अन्यायियो से न्याय की भीख मांगता आ रहा हूँ। मकान व् सहन का मुकदमा उपजिलाधिकारी निजामाबाद के न्यायलय व मा.उच्च न्यायालय खंड पीठ लखनऊ में 25 करोड़ रूपये का मानहानि का मुकदमा विचाराधीन है उपरोक्त संघर्षो पर सन 2003 में अमेरिका की एक संस्था द्वारा इग्नोबल पुरस्कार देकर मजाक किया है। और अरबी विश्वविद्यालय मुबारकपुर के संस्थापक हाफिज-ए-मिल्लत के कब्रिस्तान के रौजे की स्मृति चिन्ह से सन 2003 में जनता द्वारा सम्मानित किया गया है।
  3. महामहिम राष्ट्रपति मा. प्रधानमंत्री, मा. गृहमंत्री, मा. मुख्यमंत्री, मा. मंत्री सूचना एवं प्रसारण, जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर मांग कर रहा हु। कि मै भारत की व्यवस्थाओं से त्रस्त होकर हार गया हूँ। 19 वां मृतक पुनर्जन्म दिवस पर अपने स्मिर्ति में जीवित मृतक स्तंभ का दिनांक-30 जून 2013 को जन्म भूमि में शिलान्यास कर सन्देश दिया गया है।
  4. धोखाधड़ी अन्याय, भ्रष्टाचार, घूसखोरी जीवित को मृत घोषित करने व कुछ भ्रष्ट अधिकारीयों क्रमचारियों नेता मंत्रियो सरकारी विभागों के विरुद्ध जनता व सरकार को जनकल्याण न्याय उत्थान विकास के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है। दिनांक-30 जून 2021 को मृतक पुनर्जन्म दिवस पर मृतक संघ के ततवावधान में विभिन्न कार्यक्रम आजमगढ़ में किया जायेगा।
    अतः आप से निवेदन है कि उपरोक्त विषयों पर विचार कर कागजी जीवित मृतक आत्मा के शांति के लिए अत्याचार सहने वाले अनपढ़, गवार, कायर, बुझदिल, मुर्ख, अपमानित पुरस्कार देने की कृपा करें। मै आप का आजीवन आभारी रहूँगा।