दिव्यांगजनों के आवागमन को सुगम्य बनाने तथा उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु शासन -प्रशासन कटिबद्ध

आजमगढ़ 14 जुलाई– जिलाधिकारी राजेश कुमार ने अवगत कराया है कि जनपद आजमगढ़ के दिव्यांगजनों के आवागमन को सुगम्य बनाने तथा उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु जनपद में (जिन्होंने विगत तीन वर्ष में किसी शासकीय योजना से निःशुल्क उपकरण प्राप्त न किया हो) निःशुल्क सहायक वितरण किये जाने हेतु एलिम्को तथा मेसर्स कॉमन सर्विस सेन्टर ई-गर्वनेन्स सर्विस इण्डिया लिमिटेड (सीएससी) के मध्य किये गये अनुबन्ध में अनुसार दिव्यांगों का पंजीयन ग्राम/विकास खण्ड स्तर पर स्थापित जन सेवा केन्द्र सीएससी के माध्यम से निःशुल्क किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस नवीन व्यवस्था के अन्तर्गत उपकरण प्राप्त करने हेतु वरिष्ठजन एवं दिव्यांगजन तत्काल किसी भी समय अपने निकटतम जन सेवा केन्द्र सीएससी में जाकर पंजीयन कराने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार फिल्ड स्तरीय कर्मचारियों के माध्यम से कराने हेतु निर्देशित किया गया था। परन्तु प्राप्त रिर्पोट के अनुसार प्रगति बहुत ही कम है।
कोविड-19 के कारण दिव्यांगजनों के पंजीकरण के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दिव्यांगजनों का पंजीकरण कराया जाय। सीएससी में पंजीयन कराने हेतु वरिष्ठजन एवं दिव्यांगजनों को साथ दिव्यांग प्रमाण पत्र- मुख्य चिकित्साधिकारी, आजमगढ़ द्वारा निर्गत दिव्यांगता प्रमाण-पत्र (40 प्रतिशत या उससे अधिक), सम्बन्धित तहसीलदार द्वारा निर्गत (प्रति माह रू0 15000 या उससे कम) ऐसे वरिष्ठजन/दिव्यांगजन जिनके पास आय प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है, उनकी व्यवस्था हेतु माननीय सांसद, विधायक, जिला प्रशासनिक अधिकारी, ग्राम प्रधान द्वारा निर्गत आय प्रमाण पत्र मान्य होगा। आवासीय प्रमाण पत्र जैसे आधार कार्ड या (वोटर कार्ड, बीपीएल कार्ड, ड्राईविंग लाईसेन्स) आदि में किसी एक का होना आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों तथा समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि उपरोक्तानुसार दिव्यांगजनों के निःशुल्क सहायक उपकरणों हेतु जन सेवा केन्द्र (सीएससी) में जाकर पंजीयन कराने हेतु अपने-अपने अधीनस्थ फील्ड स्तरीय कर्मचारियों के माध्यम से योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। जिससे कि जनपद के अधिक से अधिक वरिष्ठजन/दिव्यांगजनों को इस योजना का लाभ दिलाया जा सके।