बरसात के पानी के निकासी की व्यवस्था न होने से कोल्हूखोर गांव में सैड़कों एकड़ कृषि योग्य भूमि जलमग्न

आजमगढ़। बरसात के पानी के निकासी की व्यवस्था न होने से कोल्हूखोर गांव में सैड़कों एकड़ कृषि योग्य भूमि जलमग्न है। ऐसी स्थिति में अगले माह से शुरू होने वाली गेहूं के बुवाई संभव नहीं है। खेतों में भरे बरसात के पानी को बाहर निकालने व नाले पर अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने को लेकर शनिवार को ग्रामीण जिलाधिकारी से आवास पर मिलकर ज्ञापन दिए। ग्रामीणों ने कहाकि 15 दिन के भीतर जल निकासी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे।
ग्रामीणों ने बताया कि जिस नाले से खेतों का पानी निकलता था उस पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर नाले को बन्द कर दिया है। जिससे बरसात का पानी बाहर नहीं निकल पा रहा है। बीते शुक्रवार को तहसीलदार सदर ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को पीडब्ल्यूडी से समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि खेतों में बरसात का पानी इसी तरह भरा रहा तो अगले माह से शुरू होने वाली गेहूं की बुवाई नहीं हो पायेगी। उन्होने जिलाधिकारी से मांग किया कि जलनिकासी के लिए पुराने नाले को चिन्हित किया जाय अगर ऐसा संभव नहीं है तो गांव में चल रही चकबन्दी में बचत की जमींन से नया नाला निकलवाया जाय।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान रणजीत सिंह, चन्द्रशेखर पासवान, रामनारायण सिंह, दिव्यांश सिंह, अरूण कुमार सिंह, अजीत सिंह, दिपेन्द्र वीर सिंह, रामभरोसे सिंह, अमित सिंह, अनिल यादव, सौरभ सिंह, राकेश सरोज, मुन्ना पासवान, मनोज यादव, अजय गोंड, लल्लू, संजीव कुमार, बंटी, दिनेश, इन्द्रपाल सिंह, रामप्रवेश सिंह आदि मौजूद रहे