अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का किया गया आयोजन

आजमगढ़ 11 अक्टूबर– मा0 राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार तथा मा0 जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में आज अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर राजकीय बालिका इण्टर कालेज, आजमगढ़ में “आजादी का अमृत महोत्सव’’ के तहत विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ सुश्री अनीता द्वारा की गई।
इस विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन कोविड-19 हेतु पारित दिशा निर्देशों का पूर्णतः अनुपालन व सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए किया गया। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आजमगढ़ द्वारा बताया गया कि सभी छात्र-छात्राओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ ही विभिन्न कानूनों की जानकारी दी गई, छात्रों को कानून के दायरे में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करने की सलाह दी। सचिव ने कहा कि बच्चा जब पैदा होता है, तभी कानूनी प्रक्रिया से जुड़ जाता है। इसलिए सभी को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने की जरूरत है और कहा कि अपने अधिकार और कानून के बारे में जानते रहेंगे तो कभी अदालतों की शरण नहीं लेनी पड़ेगी। कानून को परिभाषित करते हुए कहा कि यदि कोई गरीब व्यक्ति धनाभाव के चलते अपने मुकदमे की पैरवी नहीं कर पा रहा है या उसे वकील नियुक्त करने में परेशानी आ रही है तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में आवेदन कर सकता है, कुछ औपचारिकताओं को पूर्ण करने के बाद उसे प्राधिकरण की ओर से वकील मुहैया कराया जाएगा।
सचिव ने बताया कि उ0प्र0 सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आरम्भ की गई है। इस योजना के माध्यम से बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ कई अन्य सुविधाऐं भी प्रदान की जायेगी, जिससे वह अपना जीवन यापन कर सकें। सचिव ने विधिक जागरूकता के माध्यम से लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया तथा शिविर में उपस्थित लोगों को बताया कि वे आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से अपने मुकदमों का सुलह समझौता के आधार पर निस्तारण करा सकते है। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ योजना पर प्रकाश डाला तथा बताया कि बेटियाँ आज हर क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है।

—-जि0सू0का0 आजमगढ़-11-10-2021—–