अनुलोम विलोम से बढ़ेगी बौद्धिक क्षमता -रवि प्रकाश यादव


आजमगढ़ :सर्वांगीण  व  बौद्धिक विकास के लिए आज सठियांव स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका  विद्यालय में   योग की बारीकियां सिखाई गई । जिसमें जनपद के ख्याति प्राप्त योगगुरु देवविजय यादव ने योग की अलग-अलग मुद्राओं का अभ्यास कराया  अभ्यास में उन्होंने सर्वांगीण विकास के लिए हलासन चक्रासन सेतुबंध आसन नौकासन और बौद्धिक विकास के लिए प्राणायाम में भस्त्रिका कपालभाति अनुलोम विलोम का विस्तृत अभ्यास कराया  इस दौरान उन्होंने बताया कि आज के समय में छात्र-छात्राओं के लिए योग बहुत ही जरूरी है नित्य प्रतिदिन यदि सभी योग करेंगे तो वह शरीर से भी मजबूत होंगे और दिमाग से भी मजबूत होंगे  आजकल मोबाइल पर ज्यादा  डाटा देखने की वजह से बच्चों के दिमाग कमजोर हो रहे हैं ऐसे में योग बहुत ही लाभकारी  अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास खासतौर से सभी को करना चाहिए इससे बौद्धिक क्षमता  का विकास बहुत तेजी से होता है ।अनुलोम विलोम के नियमित अभ्यास से शरीर के सभी नस नाड़ियों को शुद्ध रूप से ऑक्सीजन मिलता है और ऐसे में पूरा शरीर स्वस्थ रहता है  ।