शैलेंद्र शर्मा | आजमगढ़ |
आजमगढ़। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित चन्दन पासवान ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आरोप लगाया कि उसको कुछ लोगों ने धमकी दी थी। उसने थाने में तहरीर दी तो वे उसको मुकदमा वापस लेने की धमकी दे रहे है। पीड़ित ने एसपी से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पहुंचे निजामाबाद थाना क्षेत्र के असनी गांव निवासी चंदन पासवान को वर्ष 2002 बाढ़ से दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था। चंदन उस समय नाबालिग और अनाथ था। जिसके बाद सरकार ने गांव में रहने के लिए जमीन और पौधरोपण के भूमि दी थी। आरोप है कि भूमि पर जब उसने पौधरोपण कर दिया तो गांव के कुछ लोग पौधों को उखाड़ दिये और धमकी दिये। जिसके बाद चंदन ने स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया लेकिन अभी तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई बल्कि मुकदमा वापस लेने के लिए धमकी दी जा रही है । वही पुलिस अधीक्षक ने चंदन को आश्वस्त किया है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।