आजमगढ़ जिले के अतरौलिया नगर के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय का हाल बेहाल

आशीष निषाद| अतरौलिया|

सरकार बेहतर शिक्षा देने का दावा करती है पर जब देश के भविष्य हमेसा भय के सायो में पलें तो फिर क्या उम्मीद की जा सकती है ……. बच्चों को पढ़ने के लिए जर्जर भवन है… जो हमेसा एक बड़ी अनहोनी को बुलावा दे रहा है ……… ऐसे में बच्चे कैसे पढ़ पाएँगे……. एक बड़ा सवाल है ……. यह हाल क़रीब हर सरकारी स्कूलों का है जो जर्जर हो चुके हैं फिर भी ये बच्चे ऐसे स्कूल के भवन में पढ़ने को विवश हैं ………
आजमगढ़ जिले के अतरौलिया नगर के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय का हाल बेहाल होता नजर आ रहा है। विद्यालय के पीछे मछली पालन होने की वजह से विद्यालय की नींव पूरी तरह तालाब के चपेटे में आ चुकी है, दिवाले जर्जर हो चुकी हैं, विद्यालय के अंदर के कमरे गड्ढे में तब्दील हो गए हैं …….. जिसकी वजह से विद्यालय के अध्यापक व बच्चों मैं काफी भय का माहौल बना रहता है। इतना ही नहीं तालाब के आसपास बने मकान भी इस इस तालाब के चपेट में आ चुके हैं,……ग्रामीणों की माने तो इस मामले को जिला प्रशासन से अवगत कराया जा चुका है ……. बावजूद आज तक इसका कोई उचित निर्णय नहीं हो सका……….आइये सुनते हैं की क्या कहते हैं ये सभासद………अगर समय रहते इस समस्या से निजात नहीं मिली, समय रहते अगर जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दिए तो कभी भी एक बड़ी घटना घट सकती है …… और विद्यालय में पलने वाले देश के भविष्य किसी बड़ी घटना का शिकार हो सकते हैं