जनपद में विदेश या बाहर से आ रहे लोगों की बनाई जाय सूची – डीएम

        सभी बाहरी लोगों को किया जाय क्वारंटाइन – जिलाधिकारी|

कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाकडाउन की अवधि में जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में नेहरू हाल के सभागार में दो पालियों में प्रथम पाली 12ः30 बजे से जहानागंज, भुजही, बड़हलगंज, शाहगढ़, सुम्भी, मुबारकपुर व सठियांव तथा द्वितीय पाली 4ः00 बजे से आजमगढ़ शहर, जमालपुर, मुजफ्फरपुर, महुआ मुरारपुर, भदुली, कोटवां व रानी की सराय के लेखपालों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त लेखपालों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपदा में समस्याओं को मैनेज करना एक कला है, इस समय जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका मे आने की जरूरत है। उन्होने बताया कि प्रत्येक उप जिलाधिकारियों को इंसीडेन्ट कमाण्डर संबंधित तहसीलों में बनाया गया है। आपदा के समय इंसीडेन्ट कमाण्डर के नेतृत्व में सभी विभाग कार्य करते हैं। ग्राम स्तर पर लेखपाल आपदा सचिव होते हैं तथा जरूरतमंद लोगों की सहायता करना आप लोगों की जिम्मेदारी है।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने समस्त लेखपालों को निर्देश दिये कि जो लोग जनपद में विदेश या बाहर से आ रहे हैं उनकी सूची बनाना सुनिश्चित करें एवं उनको कोरेन्टाइन के लिए नोटिस भेजें। इसी के साथ ही साथ जहाॅ सेल्टर होम बनाये गये हैं, वहाॅ पर यह भी देखें कि सामुदायिक किचन साफ सुथरा हो एवं बेड की दूरी कम से कम 02 मीटर की होनी चाहिए।
आगे जिलाधिकारी ने समस्त तहसीलदारों को निर्देश दिये कि प्रत्येक ब्लाकों में 10 जगहों पर इण्टर कालेज/पीजी कालेज को चिन्हित करें, जिसमें बाहर से आने वाले 100-100 लोगों को रखा जाय तथा वहाॅ पर शौचालय की व्यवस्था ठीक कराना सुनिश्चित करें। इसी के साथ उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जिन शेल्टर होम में बाहर से आये लोगों को रखा गया है, उनके खाने हेतु व्यवस्था कराया जाय एवं सभी शेल्टर होम में खाने के मीनू में एकरूकता रखना सुनिश्चित करें।
आगे जिलाधिकारी ने लेखपालों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामों में बिना सूचना के बाहर से आया हो, इसकी सूचना उप जिलाधिकारी को उपलब्ध करायें। इसी के साथ ही अपने संबंधित ग्रामों में भूमिहीन खेतीहर मजदूर एवं भूमिहीन शिल्पकार की सूची बनायें एवं उसमें यह सुनिश्चित करें कि कितने अन्त्योदय कार्ड धारक एवं पात्र गृहस्थी कार्ड धारक हैं तथा इन कार्डधारकों में कितने लोग मनरेगा के सक्रिय जाब कार्ड धारक हैं या श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक हैं। इसी के साथ ही यह भी देखें कि इसमें कितने लोग पेंशन पा रहे हैं, इसकी सूची बनाकर उपलब्ध करायें।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि ऐसे व्यक्ति जिनके पास न अन्त्योदय कार्ड, न ही पात्र गृहस्थी कार्ड, न ही मनरेगा के सक्रिय जाब कार्डधाकर एवं न ही श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक हैं और न ही उनके पास आधार व बैंक खाता हैं, ऐसे व्यक्तियों को एक-एक सप्ताह के लिए लाकडाउन की अवधि तक राशन उपलब्ध कराते रहें एवं इनका आधार नम्बर व बैंक खाता एवं राशन कार्ड बनवायें। यह भी ध्यान रखें कि यदि ऐसे कोई व्यक्ति जो किसी भी योजनाओं से आच्छादित न हो उनको 1000 रू0 की अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध करायी जाय।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि राजस्व ग्रामांे में महिलाओं के जनधन खातों में 500 रू0 भेजा गया है, अभी भी कितनी ऐसी महिलायें हैं, जिनके जनधन खाते में बैंक से आधार कार्ड से लिंक न होने के कारण नही पहुंचा है, ऐसी महिलाओं को बतायें कि बैंक में जाकर अपना केवाईसी उपलब्ध करा दें, जिससे कि उनके जनधन खाते में 500 रू0 पहुंच जाये।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने लेखपालों को निर्देश दिये कि राजस्व ग्राम में 6 माह से बड़े बच्चों के परिवारों को चिन्हित करें, जिनके पास अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए भी पैसा न हो, उनको चिन्हित कर उनकी सूची उपलब्ध करायें। उन्होने लेखपालों से यह भी कहा कि ऐसे व्यक्ति जिनके पास दवा खरीदने के पैसे नही हैं वे अपने संबंधित एमओआईसी से बात करेंगे तो एमओआईसी उस व्यक्ति को दवा घर पर उपलब्ध करायेंगे। यदि कोई व्यक्ति गम्भीर बीमारी से पीड़ित हो तो अस्पताल जाने के लिए 102 एवं 108 एम्बूलेंस की सहायता ले सकते हैं।
इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने समस्त लेखपालों से कहा कि समस्त राजस्व ग्रामों में कम्यूनिकेशन प्लान बना लें और इस कम्युनिकेशन प्लान में राजस्व ग्राम के 10 विभिन्न समुदाय से संबंधित व्यक्तियों को चिन्हित कर कम्युनिकेशन प्लान में शामिल करें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने लेखपालों से कहा कि इस आपदा के समय में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें एवं आयुष मंत्रालय के गाइड लाइनों का अनुपालन करते रहें।
इस अवसर पर तहसीलदार सदर पवन कुमार सिंह सहित संबंधित लेखपाल उपस्थित रहे।