आजमगढ़ 15 मई– जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में देर सायं जिला सलाहकार समिति/जिला स्तरीय समीक्षा समिति/जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई।इस अवसर पर समीक्षा के दौरान सभी बैंकों की सीडी रेसीयो (जमा ऋण अनुपात) खराब पायी गयी। जिस पर जिलाधिकारी ने समस्त बैंकों के बैंक कर्मियों को निर्देश दिये कि सीडी रेसीओ बढ़ाना सुनिश्चित करें।जिलाधिकारी ने सभी बैंक के मैनेजरों को निर्देश दिये कि जो बैंक मित्र ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लाभार्थियों को नगद धनराशि उपलब्ध करा रहे हैं, उनको अवगत करायें कि जो मनरेगा के श्रमिक हैं, उसका पैसा भुगतान करने हेतु मनरेगा लाभार्थियों के घर जाकर पैसा उपलब्ध करायें। इसी के साथ ही बैंक मित्रों को सुबह की नगद धनराशि उपलब्ध करा दें।जिलाधिकारी ने सभी बैंकों के प्रतिनिधियों से कहा कि ग्रामीण औद्योगिकरण को बढ़ायें, जिससे कि युवाओं को रोजगार मिले। उन्होने कहा कि युवाओं के लिए फ्रैण्ड फिलासफर गाइड बने, उनके प्रोजेक्ट में कोई कमी हो तो उसका सहयोग करते हुए उसको ठीक करायें। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अन्य प्रदेशों से आ रहे हैं, उनके हाथों को रोजगार उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 व बैंकों के अच्छे ब्रांच मैनेजरों की कमेटी बनायें, यह कमेटी बाजार में जाकर सर्वे करे कि किस-किस प्रोडक्ट का ज्यादा प्रयोग हो रहा है और उसके स्ािान पर लोकल प्रोडक्ट बनाकर रिप्लेस कर सकते हैं, एग्रो प्रोडक्ट की भी सूची बनायें।उन्होने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक ब्लाकों में 5-5 प्रोड्यूजर ग्रुप बनायें और स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा दिया जाय।इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला, एलडीएम यूबीआई शंकर चन्द सामंत, डीडीएम नाबार्ड शशि भूषण, यूबीआई के राजेश, डीसी एनआरएलएम बीके मोहन, उपायुक्त उद्योग प्रवीण कुमार मौर्य, आरसेटी के प्रतिनिधि, जिला कृषि अधिकारी डाॅ0 उमेश कुमार गुप्ता सहित समस्त संबंधित बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।