आजमगढ़ : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजनान्तर्गत महिला मेट एवं रोजगार सेवक को कार्यस्थल पर मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम का दिया गया प्रशिक्षण

आजमगढ़ 16 मई– मनरेगा में आज से एसएचजी समूहों की महिला मित्रों की नियुक्ति हेतु सरकार के द्वारा महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए बहुत बढ़ा कदम उठाया गया है, जिससे इन महिलाओं को 5000 रू0 मिलेंगे। आज इसकी शुरूआत की गयी। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी द्वारा 51 अधिकारियों को अलग-अलग गांवों में भेजा गया है, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बिदवल बिलरियागंज में महिला मेट गीता देवी से इसकी शुरूआत करायी गयी।इसी के साथ ही परियोजना निदेशक, डीसी मनरेगा, डीसी एनआरएलएम, समस्त खण्ड विकास अधिकारियों, समस्त सहायक विकास अधिकारी, समस्त जिला मिशन मैनेजर एवं समस्त अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी द्वारा 54 ग्राम पंचायतों में प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा आज से ट्रांसपैरेन्ट BYVSTHA के तहत मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम भी लागू किया गया है, जिससे मौके पर ही मजदूरों की हाजिरी मोबाइल से एमएमएस ऐप द्वारा लेने की शुरूआत की गयी।योजनान्तर्गत जनपद के सभी विकास खण्ड के कुल 54 ग्राम पंचायतों के रोजगार सेवकों के मोबाइल में कार्य स्थल पर मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम एप डाउनलोड कराते हुए कार्यरत श्रमिकों की आनलाइन हाजिरी अपलोड कराकर इस एप को अभियान के रूप में प्रारम्भ किया गया है, इन 54 ग्राम पंचायतों में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूहों से एक-एक सक्रिय महिलाओं को मेट के रूप में चयन कर मनरेगा योजना के विषय मे मेट के कार्य हेतु प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रकार मनरेगा एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से कन्वर्जेन्स के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों की दीदीयों को रोजगार के नये अवसर को प्रदान किया गया। आगामी तीन सप्ताह के अन्दर जनपद की समस्त ग्राम पंचायतों के ग्राम रोजगार सेवक एवं महिला स्वयं सहायता समूहों की महिला मेट एवं तकनीकी सहायकों के मोबाइल पर मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम एप डाउनलोड कराकर मनरेगा के कार्याें पर कार्यरत श्रमिकों की हाजिरी मोबाइल एप के माध्यम से अनिवार्य रूप से की जायेगी।आज इस अभियान में जनपद के सभी ग्रामों में विलेज प्रोफाइल रजिस्टर (जिसमें प्रवासी मजदूर, श्रमिक, जाब कार्ड, पेंशन, शौचालय, आवास आदि) सर्वे कर अनुरक्षित किये जाने का कार्य प्रारम्भ किया गया। उक्त सभी कार्य जिलाधिकारी की प्रेरणा से मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व में प्रारम्भ किया गया।