हिजबुल को झटका, नाइकू के बाद ताहिर भी ढेर, जानें किन साजिशों में जुटा था आतंकी ताहिर

किश्तवाड़। जम्मू के डोडा जिले में जड़ें जमा रहे हिजबुल मुजाहिदीन को सुरक्षाबलों ने रविवार को बड़ा झटका दिया। कश्मीर में हिजबुल के शीर्ष कमांडर रियाज नाइकू को ढेर करने के बाद सुरक्षाबलों ने डोडा जिले में कमांडर ताहिर बट को एक अन्य आतंकी के साथ मार गिराया। 10 घंटे तक चली मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। शहीद गुरुग्राम का रहने वाला था। पुलिस का दावा है कि ताहिर के मारे जाने के बाद डोडा जिला पूरी तरह से आतंक मुक्त हो चुका है

सात लाख का इनामी है ताहिर

सात लाख का इनामी ताहिर पुलवामा की तरह बनिहाल में भी सीआरपीएफ बस को इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) से उड़ाने की साजिश रचने के अलावा संघ पदाधिकारी चंद्रकांत शर्मा और उनके अंगरक्षक की हत्या में शामिल था। डोडा मुठभेड़ में मारा गया ताहिर भट्ट इलाके में फिर से आतंक फैलाने की साजिश में जुटा था। पांच माह पहले सुरक्षाबलों के हाथों हारून वानी के मारे जाने के बाद उसे हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर बनाया गया था।

युवाओं को बनाता था आतंकी

बताया जाता है कि ताहिर को कश्मीर संभाग के पुलवामा से विशेष रूप से भेजा गया था। डोडा जिले में युवाओं को बरगला कर वह आतंक की राह पर धकेलने में जुटा था। ताहिर बडे़ ही गोपनीय तरीके से काम कर रहा था। इलाके में उसे कोई नहीं पहचानता था, जिससे वह पकड़ में नहीं आ रहा था। हारून वानी के मारे जाने के बाद ताहिर को रामबन, डोडा और किश्तवाड़ में युवाओं को हिजबुल मुजाहिदीन में भर्ती करने का काम सौंपा गया था।

सैफुल्लाह का करीबी था ताहिर

पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने बताया कि ताहिर बट हाल में हिजबुल के ऑपरेशनल चीफ बने सैफुल्लाह का करीबी था। उसे डोडा, किश्तवाड़, रामबन में आतंकवाद को शह देने की जिम्मेवारी मिली थी। उसके मारे जाने से क्षेत्र आतंकवाद मुक्त हो गया है। ताहिर पिछले साल अप्रैल में संघ पदाधिकारी चंद्रकांत शर्मा व उनके अंगरक्षक की हत्या में शामिल था। वहीं, बनिहाल में आइईडी से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वाहन को निशाना बनाने की साजिश में उसका हाथ था।

आइईडी बनाने में एक्सपर्ट था ताहिर

कश्मीर के पुलवामा का ताहिर आइईडी बनाने में माहिर था। वह बनिहाल सीआरपीएफ काफिले को निशाना बना कर पुलवामा हमले को दोहराने की साजिश में शामिल था। आतंकवादियों ने फरवरी में पुलवामा हमले के बाद 30 मार्च 2019 को बनिहाल में केरिपुब के काफिले के साथ आइईडी लगी कार टकराई थी। हमले में केरिपुब बस को हल्का नुकसान हुआ। कार पूरी तरह से जल गई थी। कार चालक भाग निकला था।

नहीं हो पा रही थी पहचान

हारून के मारे जाने के बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि डोडा में कश्मीर का रहने वाला एक आतंकी सक्रिय है, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। जब आरएसएस पदाधिकारी चंद्रकांत शर्मा की हत्या हुई, तब भी यही बात सामने आई थी कि इस हत्याकांड में एक कश्मीरी आतंकी शामिल है, जिसने हत्यारोपी ओसामा बिन जावेद का साथ दिया। अब डोडा में सुरक्षाबलों ने अपना नेटवर्क तैयार कर ताहिर को फंसाया और उसे मार गिराया।

ऐसे की घेरेबंदी

शनिवार रात को डोडा में सेना की 10 राष्ट्रीय राइफल और राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) को गुदंना क्षेत्र के गांव खोत्री धार में आतंकियों के होने की सूचना मिली। छह घंटे के पैदल चलने के बाद देर रात गुंदना क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान छेड़ा। रविवार तड़के जैसे ही सुरक्षाबल आगे बढ़ रहे थे कि मकान में छिपे आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

नहीं मानी अधिकारियों की बात

अधिकारियों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा जिसे उन्होंने अनसुना करके गोलीबारी जारी रखी जो करीब डेढ़ बजे तक होती रही। इस दौरान सेना का जवान घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां वह शहीद हो गया। जब गोलीबारी बंद हुई तो सुरक्षाबल घर में घुसे, जहां दो आतंकियों के शव पड़े थे। पुलिस के अनुसार मारे गए आतंकियों में एक की पहचान हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी ताहिर बट उर्फ उकाब निवासी पुलवामा के रूप में हुई।