आगरा। औरेया के बाद अब आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे प्रवासी मजदूरों का काल बन गया। प्रवासी मजदूरों को लेकर जा रही डीसीएम आगे चल रहे ट्रक में घुसने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में 18 प्रवासी मजदूरों के घायल और एक की मौत हो गई है। सभी घायलों को एंम्बुलेंस से सैफई मेउिकल इलाज के लिए भेज दिया गया है। बाकि मजदूरों को आश्रय स्थल में भोजन आदि कराया जा रहा है। बुधवार सुबह डीसीएम दिल्ली से प्रवासी मजदूरों को लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। डीसीएम में 40 प्रवासी मजदूर सवार थे। दोपहर में फीरोजाबाद के नगला खंगर क्षेत्र में आगे चल रहे ट्रक में पीछे से घुस गई। टक्कर होते ही चीख पुकार मच गई। एक्सप्रेस वे पर मौजूद कर्मी मौके पर पहुंच गए। घायलों की चीख पुकार सुन आसपास के ग्रामीण भी आ गए। हादसे में डीसीएम क्लीनर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 18 प्रवासी मजदूर घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि मजदूर डीसीएम को दिल्ली से बुक करके चले थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। हादसे की जानकारी होते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। औरेया जैसा हादसा न हो जाए, इस संदेह के साथ जिला प्रशासन ने सर्तकता बरती। मौके पर एंबुलेंस बुलाकर घायलों को फौरन सैफई मेडिकल भेजा गया। बाकि मजदूरों को बस से सिरकसागंज के आश्रय स्थल पर लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को खाना खिलाया गया। इसके बाद सभी मजदूरों को बसों में बैठाकर भिजवाया जाएगा। एएसपी डॉ इरज राजा के अनुसार हादसे में अकबरपुर आम्बेडकर नगर निवासी क्लीनर ओमप्रकाश की मौत हो गई। सैफई भेजे गए सभी मजदूर खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। उपचार के बाद उन्हें भी गृह जनपद भिजवाने का इंतजाम किया जाएगा। उधर मृतक के परिवार से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। हर प्रवासी मजदूर की जिला प्रशासन की ओर से यथासंभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है।