स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले विदेश में सक्रिय खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भड़काऊ वीडियो जारी कर 15 अगस्त से पहले विदेशों में तैनात भारतीय अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए पोस्टर वॉर छेड़ने की अपील की है.
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस से पहले एक बार फिर खालिस्तानी अलगाववादी आतंकी अपने एजेंडे को कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में फैलाने की जुगत में हैं. इस सिलसिले में भारतीय राजनयिकों के पोस्टर जो कि उन जगहों पर तैनात हैं, उनके खिलाफ धमकी भरे पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं, लेकिन भारतीय एजेंसियों की सख्ती से इस बार उनकी यह चाल नाकाम होती दिख रही है. दरअसल भारतीय जांच एजेंसियों ने कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई देशों को यह सूचित कर दिया है कि अगर ऐसा होता है तो वह भारत के हितों के खिलाफ होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के गृह सचिव ने इसी साल ब्रिटेन में अपने समकक्ष पदाधिकारी से भारत की महत्वपूर्ण चिंता को अवगत कराया था कि खालिस्तान समर्थक अलगाववादी और आतंकवादी भारतीय संस्थानों के सामने हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी मुहिम को आगे ले जाते हुए भारत की ओर से अब कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की सरकारों को यह सूचित किया गया है कि स्वतंत्रता दिवस से पहले खालिस्तानी अलगाववादी और आतंकवादी जो प्रोपेगेंडा वॉर भारत के खिलाफ छेड़ रहे हैं, उनके खिलाफ स्थानीय कानून व्यवस्था पालन करने वाली एजेंसियां सख्ती से पेश आएं.
इसका नतीजा यह हुआ है कि भारतीय दूतावास और भारत सरकार से जुड़े संस्थान जैसे सरे, सन फ्रांसिस्को, लंदन मेलबॉर्न में जहां महत्वपूर्ण अवसरों पर खालिस्तानी अलगाववादी आतंकवादियों का जमावड़ा लगा रहता था और वह भारत विरोधी पोस्टर लगाया करते थे, वह इस वक्त इन सारी जगह पर गायब है. खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक भारतीय एजेंसियों की सख्ती का नतीजा है कि अब उनके मन में एक डर पैदा हो गया है.
हालांकि, स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले विदेश में सक्रिय खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भड़काऊ वीडियो जारी कर 15 अगस्त से पहले विदेशों में तैनात भारतीय अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए पोस्टर वॉर छेड़ने की अपील की है. लेकिन उसकी यह अपील सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित रह गई है।