लोहरदगा। लोहरदगा-गुमला और लातेहार के प्रवासी मजदूरों को लेकर अगरतला से अलग-अलग समय से दो ट्रेनों को शुक्रवार को लोहरदगा आना था। पहली ट्रेन का आगमन सुबह 7.30 बजे निर्धारित था, जो लगभग 23 घंटे विलंब से शनिवार सुबह 6.23 बजे लोहरदगा पहुंची। जबकि दूसरी ट्रेन के आगमन का निर्धारित समय दोपहर 1.15 बजे था, यह ट्रेन काफी विलंब से चल रही है। इसका अभी कुछ अता-पता नहीं चल सका है। लोहरदगा रेलवे स्टेशन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन के पहुंचने पर डीसी आकांक्षा रंजन, डीआरडीए डायरेक्टर अखौरी शशांंक सिन्हा और एसडीओ ज्योति कुमारी झा के साथ मौके पर मौजूद अधिकारियों ने प्रवासियों का स्वागत किया और उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की। जिला प्रशासन की ओर से लोहरदगा-गुमला के प्रवासियों के नामों की सूची तैयार कर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद सभी प्रवासियों को भोजन का पैकेट और पानी का बोतल उपलब्ध कराया गया। गुमला के प्रवासियों को बस में बैठाकर उनके गंतव्य तक भेजा गया। लातेहार से आए तीन बसों में वहां के प्रवासियों को और लोहरदगा के विभिन्न प्रखंडों के लिए 12 बसों में शारीरिक दूरी को अपनाते हुए प्रवासियों को उनके घर तक भेजा गया। लोहरदगा रेलवे स्टेशन पर लोहरदगा, गुमला और लातेहार के प्रवासियों के आने की सूचना पर लोहरदगा जिला प्रशासन की ओर से तैयारी की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। मजदूरों ने गृह वापसी पर झारखंड सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यकीन ही नहीं हो रहा कि हमलोग इस तरह सुरक्षित तरीके से घर पहुंच जाएंगे। उपायुक्त आकांक्षा रंजन ने कहा कि प्रवासियों की सुरक्षित घर वापसी का बेसब्री से इंतजार था, जो पूरा होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सभी प्रवासियों की जांच के बाद भोजन का पैकेट उपलब्ध कराकर गंतव्य को भेजा गया।
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