अहरौला। थाना क्षेत्र के एक डाक्टर पर बवासीर ठीक करने की गारंटी लेने व गलत इंजेक्शन लगाने से मरीज की मौत हो गई। मरीज के पिता ने अहरौला थाने पर तहरीर देकर डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं इकलौते बेेटे की मौत से परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
जानकारी के अनुसार शाहपुर गांव निवासी धीरजू राजभर पुत्र लौहर के द्वारा अहरौला थाना में मुकदमा दर्ज कराया है कि मेरे पुत्र विशाल (25) को बवासीर था कि शाहपुर बाजार में डां.जंगबहादुर ने क्लीनिक खोल रखी है। उनके द्वारा छह हजार रुपए लेकर गारंटी ली कि मैं बवासीर को जड़ से खत्म कर दूंगा। पैसा लेकर उनके द्वारा पता नहीं कौन सा इंजेक्शन लगाया गया कि लड़के का खून गिरना बंद नहीं हुआ। हालत खराब होने पर आजमगढ़ ले गया वहां से वाराणसी रेफर हुआ। वाराणसी से भी लोहिया अस्पताल लखनऊ में वहां से भी रेफर कर दिया गया। किंग जार्ज में इलाज कर घर भेज दिया गया। शनिवार की शाम हालत गंभीर होने पर परिजन विशाल को इलाज को आजमगढ़ ले जा रहे थे कि अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई। घर का इकलौता चिराग बुझने से परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। विशाल अपने माता-पिता के देख रेख के साथ घर खर्च को कुछ काम भी करता था। पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचा तो लोगों के आंसू नहीं रुक रहे थे।यहां मरीजों के सुविधा को 30 बेड का अहरौला सीएचसी तो है लेकिन यहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। चाहे विशेषज्ञ डॉ की बात करें चाहे जांच की व्यवस्था को न तो यहां एक्सरे मशीन है न ही सोनोग्राफी है। यहां तक की चार उपकेंद्र पर कोई डाक्टर नहीं है। जांच के लिए लोग प्राइवेट लैबों का सहारा है। जहां मनमाने ढंग से रिपोर्ट तैयार कर मरीज को दे दी जाती है। डॉक्टर उसी जांच रिपोर्ट पर भारी भरकम दवा से इलाज शुरू करते हैं। इस मामले में सीएचसी अहरौला के अधीक्षक डॉ. मोहनलाल ने बताया कि मामले को लेकर थाना अध्यक्ष ने बात की है फिलहाल यह पूरा मामला जांच का विषय है फिलहाल डॉक्टर के पास कोई डिग्री या डिप्लोमा है या नहीं। इसका भी पता किया जा रहा है।