आजमगढ़ : बच्चों में निमोनिया से बचाव के लिए न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन का जनपद में विस्तार, कृमि उन्मूलन एवं विटामिन-ए संपूर्ण कार्यक्रम का शुभारंभ

आजमगढ़ 11 अगस्त– जनपद आजमगढ़ में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन (पीसीवी) का विस्तार चैथे चरण के अंतर्गत किया जा रहा है। 2017 में प्रथम चरण में यह वैक्सीन 6 जिलों में शुरू की गई थी तथा 2018 एवं 2019 में इसका विस्तार 19 जनपदों तक किया गया। दिनांक 13 अगस्त 2020 को जनपद आजमगढ़ के साथ ही पूरे प्रदेश में न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन (पीसीवी) को लाॅच किया जायेगा। यह न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए पीसीवी पूरी तरह सुरक्षित एवं असरदार है।
वैक्सीन के जनपद में विस्तार की जानकारी देने के लिए एक मीडिया कार्यशाला का आयोजन 8 अगस्त को डिजिटल माध्यम से किया गया। कार्यशाला में अपर मुख्य सचिव स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि टीकाकारण प्रदेश की प्राथमिकता है। हमारा उद्देश्य है कि प्रदेश का प्रत्येक बच्चा प्रतिरक्षित हो एवं स्वस्थ्य हो तथा सम्पूर्ण टीकाकरण हमारा लक्ष्य है।
महानिदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश डॉ मिथिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि हम प्रत्येक आशा, एएनएम एवं समस्थ स्वास्थ्य कर्मियों के आभारी हैं जो घर घर जा कर टीकाकरण सुनिश्चित करती हैं। पीसीवी का विस्तार इस कोविड के कठिन दौर में किया जा रहा है, पर यह टीका प्रत्येक बच्चे को सुरक्शित करने में सहायक होगा।
यूनिसेफ की चीफ औफ फील्ड आफिस उत्तर प्रदेश रूथ लियानो ने कहा कि इस कोविड महामारी के समय हमे बच्चों के स्वस्थ्य एवं पोषण पर विशेष ध्यान देना होगा ताकि इतने वर्षों से इस क्षेत्र में की गई कड़ी मेहनत व्यर्थ न जाए। मीडिया ने कोविड के इस कठिन समय में बहुत अहम भूमिका निभाई है और हमे विश्वास है कि इस टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता में भी मीडिया एक सकारात्मक भूमिका निभाएगा।
महाप्रबंधक नियमित टीकाकरण डॉ0 वेद प्रकाश ने कहा कि बच्चों को दो प्राइमरी टीके छह हफ्ते और 14 हफ्ते की उम्र पर और बूस्टर टीका नौ महीने की उम्र पर दिया जाएगा। यह एक महंगा टीका है जो पहले केवल प्राइवेट तौर पर ही उपलब्ध था किन्तु अब सरकार के प्रयास से सभी सरकारी एवं ग्राम स्तर पर बुधवार और शनिवार को होने वाले नियमित टीकाकरण सत्रों में पात्र बच्चों को पीसीवी के टीके मुफ्त उपलब्ध कराये जाएंगे। पीसीवी बच्चों को न्यूमोकोकल बैकटीरिया से होने वाले निमोनिया और दिमागी बुखार एवं अन्य बीमारियों से बचाता है। विश्व में 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु के प्रमुख कारणो में से एक कारण निमोनिया है। 2010 के आंकड़ों के अनुसार विश्व में एक और पाँच साल के बच्चों की निमोनिया संबन्धित कारणो से होने वाली मृत्यु में से लगभग 20 प्रतिशत मृत्यु भारत में होती है। 2010 में भारत में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चो में होने वाले सभी प्रकार के गंभीर निमोनिया के मामलो में से 16 प्रतिशत मामले और निमोनिया से समबन्धित मृत्यु में से 30 प्रतिशत मृत्यु न्युमोकोकल निमोनिया के कारण हुई। पीसीवी प्रदेश में इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर को कम करेगा।
डॉ प्रफुल भारद्वाज हैल्थ ऑफिसर यूनिसेफ उत्तर परदेश ने कहा कि हर माता पिता को अपने बच्चे का सम्पूर्ण टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए। टीकाकरण बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाता है। यदि सही समय पर उक्त टीका लगा दिया जाए तो निश्चित ही शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी आएगी।