सिद्धसंत मौनी बाबा की स्मृति में हुए विविध कार्यक्रम

आजमगढ़। ब्रह्मलीन संत शिरोमणि दुर्वासा महामण्डलेश्वर मौनी बाबा रामलाल दास जी महाराज की चौथी पुण्यतिथि पर गहजी स्थित मां शारदा स्नातकोत्तर महाविद्यालय के तत्वावधान में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। गहजी से दुर्वासा मार्ग पर श्री मौनी बाबा के स्मृति में निर्मित दुर्वासा धाम द्वार का लोकार्पण किया गया। इसके अलावा सैकड़ों साधु, संतों एवं निःशक्त जनों को कम्बल वितरित किया गया।
इस अवसर पर स्मृति सभा के प्रारम्भ में महाविद्यालय के प्रबंधक फौजदार सिंह, निदेशक संजय सिंह, नितिन सिंह एवं प्राचार्य डॉ. दिवाकर सिंह ने मुख्य अतिथि पंचायती निर्वाण अखाड़ा प्रयागराज के महंथ शिवानन्द गिरि महाराज, मंचासीन संतों एवं विशिष्ट अतिथियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया।
स्मृति सभा को सम्बोधित करते हुए महंथ शिवानन्द गिरि महाराज ने कहाकि महर्षि दुर्वासा की तपोस्थली पर मौनी बाबा ने अपनी साधना से लोगों के कल्याण का, लोगों में समभाव उत्पन्न करने का एवं सनातन संस्कृति को ऊंचाई देने के लिए जो महत्वपूर्ण कार्य किया, वह अविस्मरणीय है। उन्होने कहाकि सिद्ध संत मौनी बाबा के स्मृति में फौजदार सिंह के नेतृत्व में महाविद्यालय परिवार द्वारा किये जा रहे कार्य सराहनीय हैं।
विश्व हिन्दू परिषद के संगठन मंत्री एवं कारसेवकपुरम् अयोध्या के कार्य प्रभारी श्री शिवदास सिंह ने कहाकि संतों के त्याग और आदर्श के बल पर ही हिन्दू धर्म टिका हुआ है। श्री मौनी बाबा को चमत्कारी सिद्धियों का स्वामी बताते हुए उन्होने कहाकि वे सदैव अपने तप के पुण्य से लोगों का कल्याण करते रहे। श्री श्री 1008 स्वामी रामकृष्ण दास जी महाराज, मुन्ना बाबा दैवज्ञ, व्यास गोविन्द शास्त्री ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुमुक्षु आश्रम के महंथ सत्यव्रत ब्रह्मचारी एवं संचालन सानन्द सिंह व दिवाकर सिंह ने किया।
इस मौके पर प्रभु नारायण पाण्डेय प्रेमी, सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन, राममिलन सिंह, बमबम गिरी महाराज, नागा बाबा, हाकिम बाबा, हरिनारायण सिंह, मुसाफिर सिंह, इन्द्रासन राय, दयाशंकर उपाध्याय, राज बहादुर सिंह, हरिद्वार सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
भवदीय