फरार आइपीएस की संपत्तियां कुर्क करने को एंटी करप्शन कोर्ट में दाखिल की गई अर्जी,साढ़े पांच महीने से खोज रही पुलिस

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रशर व्यापारी की हत्या और रंगदारी मांगने के मामले में फरार चल रहे महोबा के निलंबित एसपी आइपीएस मणिलाल पाटीदार की संपत्तियों को कुर्क करने के लिए एंटी करप्शन कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। यहां से अनुमति मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूर्व एसपी महोबा के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई से उन पर शिकंजा कसता जा रहा है।
धारा 82 के तहत पहले ही घर पर नोटिस किया जा चुका है चस्पा,
महोबा के क्रशर व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी पर पहले जानलेवा हमला हुआ था। अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। क्रशर कारोबारी के परिवार के लोगों ने महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर कई जगह दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगे। इसके बाद उन पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। कुछ दिन बाद पूर्व एसपी पर भ्रष्ट्राचार का एक और मुकदमा लिखा गया था। शुक्रवार को ईडी ने भी उनके खिलाफ मनी लांड्रिग की रिपोर्ट दर्ज की। उधर, मामले की विवेचना कर रहे एसपी क्राइम प्रयागराज आशुतोष मिश्रा ने फरार आइपीएस मणिलाल पाटीदार की संपत्तियों को कुर्क करने के लिए एंटी करप्शन कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है। इसकी जल्द ही सुनवाई होगी। पूरी संभावना है कि कोर्ट कुर्की का आदेश देगी और फिर पूर्व एसपी की संपत्तियों को कुर्क किया जाएगा। इसके पहले पुलिस धारा 82 के तहत उनके यहां नोटिस चस्पा कर चुकी है।
कई अचल संपत्तियों को किया गया है चिह्नित,
फरार आइपीएस मणिलाल राजस्थान के रहने वाले हैं। उनकी वहां भी काफी संपत्तियां हैं। इसके अलावा उनकी कई और संपत्तियों का पुलिस को पता चला है। प्रयागराज और महोबा पुलिस ने संयुक्त रूप से इसकी तफ्तीश की थी। हालांकि, ज्यादातर संपत्तियां मणिलाल के पिता और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर है। भ्रष्टाचार से मणिलाल ने कितनी संपत्ति अर्जित की है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।