नई दिल्ली। पाकिस्तान से लगते पंजाब के बमियाल सेक्टर की 60 किलोमीटर सीमा से भी टिड्डी दल घुस सकता है। इसकी आशंका के कारण पठानकोट जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। कृषि एवं बागवानी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की टीमें गठित कर टिड्डी दल का हमला बेअसर करने का जिम्मा सौंपा गया है।
किसानों को किया जा रहा जागरूक
अभी तक माना जा रहा था कि टिड्डी दल राजस्थान के रास्ते पंजाब में घुस सकता है। पिछले दिनों इसकी आशंका भी बन गई थी, लेकिन हवा के रुख बदलने से खतरा टल गया था। अब बमियाल सेक्टर के खुले क्षेत्र से भी टिड्डी दल के आने की आशंका है। इनसे निपटने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों के किसानों को मॉकड्रिल कर कीटनाशक छिड़काव के तरीके बताए जा रहे हैं।
लीची और आम को खतरा
कृषि व बागवानी विभाग के अनुसार बमियाल सेक्टर से टिड्डी दल पंजाब में घुसा तो सबसे ज्यादा नुकसान लीची और आम की फसल को करेगा। जिले में 15 हजार एकड़ में लीची होती है और सालाना करीब 300 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। टिड्डी दल आम सहित दूसरे फल व सब्जियों को भी नष्ट कर देगा।
मध्य प्रदेश में बैंड-बाजे का सहारा
टिड्डी दलों के मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हमले जारी हैं। बुधवार को दमोह जिले में एक बार फिर टिड्डी दल की वापसी हुई। ऐसे में कहीं बैंड-बाजे बजाए तो कहीं फायर बिग्रेड से दवा का छिड़काव किया गया।
बीकानेर में भगाने के लिए बजाए बर्तन
राजस्थान के बीकानेर जिले में टिड्डियां भगने के लिए स्थानीय लोग बर्तन बजाने और पटाखे फोड़ने जैसे उपाय कर रहे हैं। बीकानेर के चोपड़ा बाड़ी और जनता प्याऊ जैसे कई इलाकों में टिड्डी दल देखा गया। पार्षद रामदयाल पंचारिया के अनुसार इन्हें भगाने के लिए लोग बर्तन बजा रहे हैं।