निज़ामाबाद : उपेक्षा का दंश झेल रहा पूर्वांचल का सबसे बड़ा आलू गोदाम विगत

संवाददाता, नीरजाकांत मिश्र |निज़ामाबाद|

निज़ामाबाद तहसील क्षेत्र में गन्धुई गाँव में बना पूर्वांचल का सबसे बड़ा आलू गोदाम विगत दो दशक से बंद पड़ा है, यह आलू गोदाम पाँच तल ऊपर और तीन तल निचे जमीन में बना हुआ था सन 1982 में इसकी आधार शीला निजामाबाद के तत्कालीन बिधायक चन्द्रवली ब्रम्हचारी ने रखी और मात्र तीन साल में बनकर तैयार हो गया बीस जून सन पचासी में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बच्चा पाठक ने इसका उद्घाटन किया था जिससे पूरे क्षेत्र के किसानों को काफी खुशी हुई थी कि अब हमें अपना आलू और आम टमाटर कि फसल को कोल्डस्टोरेज में रख कर दुगुना फायदा मिलेगा और पांच साल तक इसका लाभ मिलता रहा लेकिन नब्बे के दशक के बाद बिजली की समस्या को लेकर यहां पर किसानों का आलू सड गया था जब कि यहां पर दो पावर हाउस से लाइट कि सप्लाई की ब्यवस्था तहबरपुर और बिन्द्रा बाजार सबस्टेशन थी और दो विशाल जनरेटर जो रेल के इंजन के आकार के लगे थे लेकिन लोग बताते हैं कि दो सरकारी विभाग के आपसी तालमेल नहीं होने के कारण शीत गृह और फास्फेट के कर्मचारियों ने इसे बंद कर दिया तब से आज तक बंद पड़ा है जबकि पूरे पूर्वाचल में इतना बड़ा आलू और फल गोदाम कही नही था लेकिन बिभगीय उदाशीनता के कारण खण्डहर बन गया है टीवी 20 न्यूज के रिपोर्टर नीरजा कांत ने जब स्थानीय लोगो से बात की तो अजेंद्र मिश्र ने बताया कि इस क्षेत्र में आलू और आम की पैदावार काफी अच्छी होती है अगर यह कोल्ड स्टोरेज चालू हो जाए तो यह के किसानों को बहुत लाभ होगा, ग्रामीणों ने सरकार से अपील किया की जल्द से जल्द इस आलू गोदाम को चालू करे जिससे यहां के किसानों लाभ हो सके।