पाकिस्तान से आए संदिग्ध कबूतर की सुरक्षा में जुटी पुलिस, जवान कर रहा सुरक्षा और दाने-पानी का प्रबंध

जयपुर। राजस्थान की बीकानेर पुलिस पिछले दो माह से पाकिस्तान से आए एक संदिग्ध कबूतर की मेहमाननवाजी के साथ सुरक्षा में जुटी है। कबूतर की सुरक्षा के लिए बाकाायदा एक पुलिस का जवान तैनात किया गया है। यह जवान कबूतर को दाने और पानी का इंतजाम करने के साथ ही सुरक्षा भी करता है।

दरअसल, करीब दो माह पहले पुलिस ने बीकानेर जिले के मोतीगढ़ गांव से पाकिस्तान से आए एक कबूतर को पकड़ा था। इस कबूतर के पंखों पर ऊर्दू में संदेश और पैर में छल्ले बंधे हुए थे। पुलिस के साथ ही गुप्तचर एजेंसी ने इस कबूतर की जांच की। लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन शुरू हो गया और पुलिस एवं गुप्तचर एजेंसी अन्य कार्यों में व्यस्त हो गई। इस कारण कबूतर की अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी। जांच पूरी नहीं होने के कारण छत्तरगढ़ पुलिस थाने के एक सिपाही विनोद को कबूतर की सुरक्षा एवं दाने-पानी का प्रबंध करने के लिए तैनात कर रखा है।

पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि यह कबूतर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भेजा गया हो सकता है। आईएसआई पहले भी पैरों में कैमरे बांधकर बाज पश्चिम सीमा से सटे राजस्थान के श्रीगंगानगर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर व जोधपुर जिलों में भेजती रही है।

पंख पर लिखा, चारणपुर टू लाहौर

14 मार्च को बीकानेर जिले के मोतीगढ गांव निवासी हाजी जमाल खान के घर एक संदिग्ध कबूतर पुलिस ने बरामद किया था, जिसके पैरों में छल्ला डाले हुए थे। इस कबूतर के पंखों पर मोहर लगी हुई थी, जिस पर चारणपुर टू लाहौर 225 किलोमीटर अंकित किया गया था।

पबीकानेर पुलिस ने पुलिस मुख्यालय,आईबी और बीएसएफ को इसके बारे में सूचना दी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण कुछ एजेंसिया अभी तक जांच के लिए नहीं पहुची हैं। इस वजह से सिपाही विनोद इस कबूतर की मेहमान नवाजी कर रहा है।

विनोद ने बताया की कबूतर के लिए दाने -पानी की पूरी व्यवस्था की गई है। वहीं इसकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। यहां एक कमरे में इस कबूतर को रखा गया है। बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया की सुरक्षा एजेंसियों के नहीं पहुचने तक थाना स्तर पर कबूतर को रखने की व्यवस्था की गई है।