अपनी कार होने के बावजूद मरीज के लिए एम्बुलेंस को लोग मान रहे ज्यादा सुरक्षित

खुद की कार थी पर प्रसव कराने को 102 एम्बुलेंस बुलाया-
समय पर पहुंचने तथा जीवन रक्षक उपकरण, दवाएं तथा प्रशिक्षित स्टाफ के चलते बदली सोच-

आजमगढ़ 22 नवंबर– जिले की एम्बुलेंस सेवा पर यहां के लोगों का विश्वास दिनोंदिन गहरा होता जा रहा है। स्थिति यह है कि अपनी कार होते हुए भी लोग अपनों को अस्पताल पहुंचवाने के लिए एम्बुलेंस को वरीयता देने लगे हैं।
बुधवार यानी 18 नवम्बर की रात साढ़े 11 बजे पल्हनी ब्लाक के मुनरा सराय की रीता यादव पत्नी श्रीप्रकाश की डिलीवरी से संबंधित दिक्कत हुई तो उनके भाई मनीष यादव ने 102 नम्बर पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाया। फोन आने के 20 मिनट के अंदर ईमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) हरीश और पायलट गयासुद्दीन 102 नम्बर एम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंच गए। मरीज के घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि इनके पास पहले से ही अच्छी-खासी कार मौजूद है तो उन्होंने एम्बुलेंस क्यों मंगवा ली। यह बात ईएमटी हरीश ने मरीज के भाई मनीष यादव से पूछ लिया। उनसे बोले कि खुद की कार होते हुए भी आपने क्यों एम्बुलेंस बुलाया। मनीष बोले कि एम्बुलेंस की सेवा सरकार की सेवा है। अमीर-गरीब सभी के लिए है। यह सेवा मुझे बहुत अच्छी लगती है। सबसे बड़ी खासियत फोन करने पर तुरंत पहुंच जाती है। इसलिए हमने भी सोचा कि देख लें कि एम्बुलेंस हमारे यहां समय से पहुंचती है कि नहीं। फोन के 20 मिनट के अंदर एम्बुलेंस पहुंच जाने पर वह बहुत खुश थे। मरीज को एम्बुलेंस में लेकर अस्पताल लाया गया जबकि मनीष कार लेकर एम्बुलेंस के पीछे-पीछे अस्पताल पहुंचे।
वहीं फोन पर पूछे जाने पर मनीष ने कहा कि एम्बुलेंस में एक प्रशिक्षित स्टाफ रहता है जो मरीज की देखभाल करते चलता है। साथ ही मरीज के प्राथमिक उपचार के लिए जरूरी दवाएं तथा आक्सीजन के साथ ही अन्य जीवन रक्षक उपकरण रहते हैं। इसलिए मुझे एम्बुलेंस अपनी कार से ज्यादा सुरक्षित लगी।
वहीं एम्बुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी तथा एसीएमओ डा. एके सिंह कहते हैं कि एम्बुलेंस के साथ जाने वाले ईएमटी को मरीज की सुरक्षित देखभाल करने के लिए प्रशिक्षण मिला रहता है। इसलिए एम्बुलेंस ज्यादा सुरक्षित है।
वहीं 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर प्रभाकर यादव कहते हैं कि एम्बुलेंस को फोन के 15 मिनट के अंदर मरीज के पास पहुंच जाने को चुनौती के रूप में लिया जाता है। इसलिए स्टाफ को हमेशा मुस्तैद और एम्बुलेंस के उपकरणों के रखरखाव पर हमेशा ध्यान दिया जाता है।