रिंका देवी की सफलता की कहानी

ब्यूरो रिपोर्ट 

ग्राम पंचायत जगदीशपुर विकास खण्ड मार्टीनगंज की निवासी रिंका देवी पत्नी श्यामनरायन संघर्ष के बूते अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गयी। आर्थिक तंगी के बाद भी परिस्थितियो से हारी नही, श्री गणेश आजीविका स्वयं सहायता समूह (जननी प्रेरणा महिला ग्राम संगठन) मे जुड़कर समूह से पैसा लेकर अपना रोजगार चालू किया तो परिवार का ठीक से भरण पोषण होने लगा और अब सभी खुशी है। रिंका देवी और उनके पति श्यामनरायन ईट-भठ्ठे पर काम करते थे। परिवारिक स्थिति से तंग आकर कुछ करने को ठानी। रोजगार की तलाश में गाॅव में जब सितम्बर 2018 में आई सी0आर0पी0 टीम से उनकी मुलाकात हुई। मनोबल बड़ा तो स्वयं सहायता समूह का गठन कराकर जुड़ गयी। परिजनो के नराजगी के बाद भी समूह का बेसिक प्रशिक्षण लिया, आपसी लेन देन से परिवार का भरण पोषण शुरू कर दिया। कई बार जरूरी कार्य के लिए समूह से ऋण लिया और समय से वापस कर दीया। NRLM से आजीविका सम्बन्धीत प्रशिक्षण प्राप्त कर सीआईएफ की राशि से ऋण लेकर छोटी सी दुकान खोल ली, धीरे-धीरे अच्छा लाभ दिखते ही अब बड़ा फ्रिज लेकर कोल्ड ड्रिंक की भी बिक्री कर रही है। इससे प्रति माह चार से छः हजार रूपये की आय हो जाती है। अब इनके पति का भठ्ठे पर काम करना बन्द कर चुके है।
मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला ने कहा की राष्ट्रीय आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए उनकी रूची के अनुसार प्रशिक्षण दिलाया जाता है। समूह गठन के बाद अच्छी प्रगति पर बैंको से ऋण दिया जाता है। इस समय ब्लाकवार प्रशिक्षण भी चल रहा है और इनका जीवन अच्छे से चल रहा है, जिसकी बदोलत आज इनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी समृद्ध हो गयी है।