मण्डलायुक्त ने किया सीएचसी अहरौला तथा धान क्रय केन्द्र एवं गन्ना तौल केन्द्र का औचक निरीक्षण

ब्यूरो रिपोर्ट 

आज़मगढ़ 31 दिसम्बर– मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने अपने नियमित औचक निरीक्षण के क्रम में वृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अहरौला, धान क्रय केन्द्र हाॅंसा एवं डिंगुरपुर निजाम तथा एक गन्ना तौल केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सभी जगहों पर गड़बड़ी मिलने पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल उसे दूर करने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अहरौला के निरीक्षण में पाया कि गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को आनलाइन विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श एवं स्वास्थ्य लाभ हेतु टेलीमेडिसीन सेवा के रजिस्टर एवं ओपीडी रजिस्टर के अंकन में काफी अन्तर है। इसके अलावा रेफर करने का जो अंकन किया गया है वह भी सन्देहास्पद है। उन्होंने इसे संदिग्ध मानते हुए सम्बन्धित कोआडिनेटर से पूछताछ शुरू की तो उन्होंने बताया कि कई मरीजों को टेलीमेडिसीन में बिना ओपीडी मेडिसीन के रजिस्टेªशन कर दिया जाना बताया गया। कोआर्डिनेटर ने यह भी बताया कि ओपीडी रजिस्टर को देखकर भी टेलीमेडिसीन अंकित कर दिया गया है, इसके अलावा कई मरीजों का रजिस्ट्रेशन भी दूसरे मरीज के नाम पर किया गया है। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएचसी के एमओआईसी को निर्देश दिया कि उक्त कोआर्डिनेटर प्रसिद्ध नारायन को तत्काल हटाया जाय। इसी प्रकार डिलिवरी कक्ष के निरीक्षण में साफ सफाई खराब मिली, बिजली की व्यवस्था भी ठीक नहीं थी। मण्डलायुक्त द्वारा संस्थागत प्रसव के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अवगत कराया गया कि 21 नवम्बर से 21 दिसम्बर तक कुल 180 प्रसव हुआ है, परन्तु उसका रिकार्ड नहीं प्रस्तुत किया गया, जबकि जननी सुरक्षा योजना के तहत इस अवधि में मात्र एक लाभार्थी को भुगतान किया गया है। जननी सुरक्षा योजना में अत्यन्त कम भुगतान के सम्बन्ध में पटल सहायक कमलेश कुमार द्वारा स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पाई गयी कई अनियमितताओं पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए एमओआईसी डा. योगेश कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश देते हुए आगाह किया कि यदि एक माह के अन्दर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होता है तो उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जायेगी।

मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने साधन सहकारी समिति हाॅंसा पर स्थापित धान क्रय केन्द्र का भी निरीक्षण किया तथा वहाॅं बोरों की तौल की रैण्डम चेकिंग भी किया, जिसमें दो बारों में 41.600 किग्रा, एक बोरे में 41.200 किग्रा धान पाया गया जबकि 40.600 किग्राम होना चाहिए था। इसी प्रकार विकास खण्ड कोयलसा अन्तर्गत साधन सहकारी समिति डिंगुरपुर निजाम पर स्थापित धान क्रय केन्द्र पर रैण्डम तौल में 41.350 किग्रा, 41.450 किग्रा एवं 41.550 किग्रा वजन पाया गया। मण्डलायुक्त ने इस सम्बन्ध में सम्बन्धित क्रय एजेन्सी के साथ ही जिला विपणन अधिकारी को तत्काल इसकी जाॅंच कर स्पष्ट रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। धान क्रय केन्द्र डिंगुरपुर निजाम के सम्बन्ध में बताया गया कि यह केन्द्र 22 दिसम्बर से शुरू किया गया है, अब तक 23 किसानों से कुल 994.81 केन्तल की खरीद की जा चुकी है, यहाॅं प्रति कुन्तल 25 रुपये पल्लेदारी ली जा रही है। उन्होंने गन्ना तौल केन्द्र अहिरौला के निरीक्षण के दौरान किसानों द्वारा बताया गया कि 22 दिसम्बर से यहाॅं कोई तौल नहीं हुई तथा उठान भी नहीं हो पा रही है। इस सम्बन्ध में उन्होंने जिलाधिकारी से कहा है कि सम्बन्धित अधिकारियों से परीक्षण कराकर तौल की गति बढ़ायें तथा उठान भी नियमित रूप से करायें।