Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.












भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले लालबिहारी मृतक को जब 30 साल बाद साधन सहकारी समिति, अमिलो द्वारा एक ही बकाये की दोबारा नोटिस जारी की गयी तो वह दंग रह गये। उन्होंने समिति के सचिव परकिसान, मजदूर, बुनकरों के नाम पर धोखे से पैसा निकालने का आरोप लगाते हुए सोमवार को मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को शिकायती पत्र भेजकर मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की मांग किया है।
मुख्य सचिव को भेजे गये शिकायती पत्र में लालबिहारी मृतक ने बताया कि साधन सहकारी समिति अमिलो में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर 24 जून 1985 को तत्कालीन सचिव के खिलाफ आंदोलन किया था। इस मामले में तत्कालीन सचिव द्वारा लालबिहारी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। 14 वर्ष बाद 5 नवंबर 1999 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मृतक को दोष मुक्त कर दिया था। मृतक ने आरोप लगाया है कि 1991 में तत्कालीन सचिव ने धोखे से 672 रूपये का फर्जी लोन निकाल लिया। जिसका नोटिस के बाद 7 जुलाई 2000 को 2709 रूपया जमाकर 12 सितंबर 2000 को चुकता प्रमाण पत्र भी समिति ने दे दिया था लेकिन 20 साल बाद उसी मूलधन 672 रूपया की वसूली के लिए 24 जनवरी 2020 को उत्तर प्रदेश सहकारी समिति अधिनियम 1965 की धारा 95 की उपधारा के अंतगर्त ब्याज सहित 3361 रूपये जमा करने की दोबारा नोटिस दे दिया है। लालबिहारी मृतक का आरोप है कि 24 दिसंबर 2020 को 672 रूपया दोबारा जमा कर रसीद ले ली गयी है लेकिन समिति अब तक चुकता प्रमाण पत्र नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि साधन सहकारी समिति अमिलो में क्षेत्र के दर्जनों किसान, मजदूर व बुनकर के नाम करीब लाखों रूपये की ऋण वसूली के लिए इस तरह की नोटिस जारी की गयी है, जिसके कारण लोग सकते में है।