समस्त गाँवों में उपलब्ध प्रजनन योग्य पशुओं को निःशुल्क कृत्रिम गर्भाधान से आच्छादित किया जायेगा – जिलाधिकारी

आजमगढ़ 25 अगस्त– जिलाधिकारी राजेश कुमार ने अवगत कराया है कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन (एनआईपी-3) योजना का संचालन दिनांक 01 अगस्त 2021 से 31 मई 2022 तक अर्थात् 10 माह की अवधि हेतु जनपद के समस्त गाँवों में उपलब्ध प्रजनन योग्य पशुओं को निःशुल्क कृत्रिम गर्भाधान से आच्छादित किया जायेगा। जिन गावों को एनएआईपी-1 एवं एनएआईपी-2 अन्तर्गत आच्छादित नहीं किया गया है, उन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
उन्होने बताया कि प्रजनन योग्य गोवंशीय एवं महिषवंशीय पशुओं को योजनान्तर्गत आच्छादित किया जाना है। योजनान्तर्गत लाभान्वित होने वाले कृषकों/पशुपालकों की कम उत्पादकता वाले स्वदेशी प्रजाति गोवंशीय पशुओं को उच्च उत्पादकता वाले स्वदेशी प्रजाति के सांड जिनकी डैम यील्ड 3000 किलोग्राम से अधिक हो से उत्पादित वीर्य स्ट्रा के माध्यम से सेलेक्टिव ब्रीडिंग द्वारा उच्चीकृत कर उत्पादकता में वृद्धि किया जायेगा। उन्होने कहा कि जिन ग्रामों में दुग्ध सहकारी समितियों क्रियाशील हैं, उनके कृ0ग0 केन्द्रों के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर कृत्रिम गर्भाधान का कार्य किया जाय तथा कृत्रिम गर्भाधान एवं उत्पन्न संतति का विवरण ससमय इनाफ पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा। सफल गर्भाधान हेतु योजनान्तर्गत प्रति पशु 03 कृ0ग0 की व्यवस्था निहित यदि पशु 01 अथवा 02 कृत्रिम गर्भाधान के उपरान्त गर्भ धारण करता है तो शेष वीर्य स्ट्राज का उपयोग अतिरिक्त पशुओं के कृ0ग0 आच्छादन हेतु किया जायेगा। इस प्रकार योजना अवधि में जनपद आजमगढ़ में 145590 गोवंश एवं महिषवंश में कृ0ग0 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिलाधिकारी ने समस्त उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी/पशु चिकित्साधिकारी/ प्रभारी, परियोजना अधिकारी (बायफ), दुग्धशाला विकास अधिकारी तथा समस्त पैरावेट्स/एआई टेक्नीशियन/मैत्री को निर्देश दिया कि टैगिंग कार्यक्रम अन्तर्गत आच्छादित किए जाने वाले प्रत्येक पशु की यूएआईडी टैगिंग करते हुए उनका डाटा इनाफ पोर्टल पर अपलोड किया जाना है तथा पशुपालकों को नकुल स्वास्थ पत्र भी उपलब्ध कराना है। जनपद में कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्पन्न संततियों में से 100 संतति के पैरेन्टेट टेस्टिंग भी की जायेगी। अतः इनाफ पर डाटा अपलोड करने में बुल का विवरण अंकन आदि में विशेष सावधानी रखी जानी होगी। इनाफ पोर्टल पर डाटा अपलोड करने हेतु जनपद में एआई टेक्नीशियनों को पशु संजीवनी योजना अन्तर्गत उपलब्ध कराये गये टेबलेट अथवा स्वयं के मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए INAPH LITE एप्लिकेशन पर डाटा अपलोड करना है।
कार्यक्रम अन्तर्गत किए गए प्रत्येक कृ0ग0 की रियल टाइम दैनिक प्रगति रिपोर्ट इनाफ पोर्ट पर अवश्य अपलोड की जानी है। कार्यकम अन्तर्गत कृत्रिम गर्भाधान किये जाने के 03 माह उपरान्त फॉलो-अप रिपोर्ट -रिपीट एआई, प्रेगनेन्सि डायग्नोसिस एवं उत्पन्न संतति का वरण (गोवंशीय की दशा में 280 दिन एवं महिषवंशीय की दशा में 310 दिन) इनाफ पोर्टल पर अवश्य अपलोड किया जाय। उन्होने कहा कि जनपद के मा0 सांसद एवं मा0 विधायक को योजना के उद्देश्य एवं लाभ से परिचित कराया जाय।
कार्यक्रम अन्तर्गत जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक त्रिसदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसके द्वारा साप्ताहिक रूप से कार्यक्रम की प्रगति के सम्बन्ध में बैठक की जायेगी। (माह के प्रत्येक शुकवार को) 10-पशु में कृत्रिम गर्भाधान करने के पश्चात् सम्बन्धित पशुपालक को कृत्रिम गर्भाधान में उपयोग किए जाने वाले सीमन स्ट्रा पर अंकित विवरण से भिज्ञ कराते हुए प्रयुक्त सीमन स्ट्रा उपलब्ध कराना अनिवार्य है। योजना अन्तर्गत प्रथम कृ0ग0 के उपरान्त सफल गर्भधारण प्राप्ति की स्थिति में रू0 150 एवं द्वितीय गर्भाधान के पश्चात् सफल गर्भधारण प्राप्ति पर रू0 100 की प्रोत्साहन धनराशि दी जायेगी। 02 से अधिक कृ0ग0 के पश्चात् होने वाले गर्भधारण पर किसी अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के भुगतान का प्राविधान नहीं है। गर्भधारिता दर के आधार पर प्राविधानित अतिरिक्त प्रोत्साहन धनराशि का भुगतान सभी कृ0ग0 कार्यकर्ताओं (Both govt. and private AIT’S/MAITRI) को किया जायेगा। योजना अन्तर्गत प्राइवेट कृ0ग0 कार्यकर्ताओं को प्रति कृ0ग0 एवं उत्पन्न संतति के सापेक्ष रू0 50 एवं रू0 100 की प्रोत्साहन धनराशि दी जायेगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि गाइड लाइन के अनुसार कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम की साप्ताहिक रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप पर परिषद मुख्यालय को प्रत्येक सोमवार को उपलब्ध कराया जायेगा।
जिलाधिकारी ने इसके लिए उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी/पशु चिकित्साधिकारी/ प्रभारी, परियोजना अधिकारी (बायफ), दुग्धशाला विकास अधिकारी तथा समस्त पैरावेट्स/एआई टेक्नीशियन/मैत्री को निर्देशित किया गया है कि उक्त सूचना निर्धारित प्रारूप पर प्रत्येक वृहस्पतिवार को अवश्य उपलब्ध करा दें। इस कार्यकम हेतु डॉ0 रमेश पशु चिकित्सा अधिकारी गम्भीरपुर को नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जिनका मोबाइल नम्बर 7905648895 है तथा ई-मेल आई.डी. ramesh998@gmail.com है।