सरेआम लड़की नचाना दरोगा को पड़ा भारी, निलम्बन के बाद विभागीय जांच शुरू

लखनऊ। गाजियाबाद में पुलिस ने अपने ही सब इंस्पेक्टर को मारपीट, धमकी और बलवे के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया। जहां दरोगा को कोर्ट से जमानत पर रिहा गया गया। एसएसपी गाजियाबाद द्वारा दरोगा को सस्पेंड भी किया जा चुका है, लेकिन अब गाजियाबाद पुलिस का यह दरोगा विभागीय जांच में फंस सकता है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आरोपी दरोगा जितेंद्र गौतम के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।मसूरी थाना क्षेत्र में आध्यात्मिक नगर पुलिस चौकी के सामने एक सोसाइटी है। इस सोसाइटी में ट्रांसपोर्टर का फ्लैट है। 4 नवंबर को इस पार्टी में ट्रांसपोर्टर, दरोगा जितेंद्र गौतम और इनके कुछ दोस्त मौजूद थे। इसमें 2 बार बालाओं को डांस करने के लिए भी बुलाया गया। इस दौरान किसी बात पर विवाद हुआ। दरोगा व उसके साथियों ने पार्टी में मौजूद इमरान नामक शख्स की बुरी तरह पिटाई कर दी। मामला पुलिस अफसरों के संज्ञान में आया।एसएसपी पवन कुमार के निर्देश पर सीओ आकाश पटेल ने मामले की गोपनीय जांच की। पता चला कि पार्टी के आयोजन और पिटाई में दरोगा की भूमिका थी। यह बात भी सामने आई कि इस फ्लैट पर दरोगा ही ज्यादातर रहता है। इमरान से पुलिस ने पिटाई की वजह पूछी तो बेहद चौंकाने वाली सामने आई। बतौर इमरान, दरोगा व अन्य लोग डांस करने आई लड़कियों से गंदा काम कराना चाहते थे। लड़कियों ने ऐसा करने से मना कर दिया। इमरान ने तब लड़कियों का साथ दिया, इस पर उसकी पिटाई की गयी। आरोपी दरोगा जितेंद्र गौतम को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जहां दरोगा को कोर्ट से जमानत मिल गई।थाना मसूरी में सब इंस्पेक्टर जितेंद्र गौतम, कुलदीप निवासी मसूरी, शकील निवासी उस्मानगढ़ी डासना गाजियाबाद, ताज मोहम्मद उर्फ तज्जी निवासी उस्मानगढ़ी डासना और गुलफाम निवासी उस्मान गढ़ी डासना के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 323, 506 में मुकदमा किया,जिसके बाद गाजियाबाद एसएसपी पवन कुमार ने दरोगा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने दरोगा को गिरफ्तार किया।मसूरी थाने में पीड़ित इमरान की तरफ से जो एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर के अनुसार इमरान ने पुलिस को बताया की मैं डासना चौकी की सफाई करता हूं। 4 नवंबर को शकील ने इमरान को कहा की दरोगा जितेंद्र ने पार्टी करने के लिए कहा है। जिसके बाद शकील ने मुर्गे की व्यवस्था की। एक घर में मुर्गा बनवाया। कुछ देर बाद दरोगा जितेंद्र ने इमरान को फोन करके देव हाइट्स की दस वीं मंजिल पर बुलाया। वहां दरोगा, उनके दोस्त और 2 लड़कियां थीं। जिसके बाद दरोगा ने इमरान को एक हजार रुपए देकर बीयर मंगाई।जब इमरान बीयर लेकर पहुंचा तब एक लड़की ने इमरान से कहा की भैया मुझे घर छोड़ आओ। जब इमरान डांस करने वाली लड़की को लेकर नीचे आया तो लड़की ने बताया की पता नहीं यह लोग मेरे बारे में क्या सोच रहे थे। लड़की को छोड़कर जब इमरान वापस पहुंचा तो दरोगा व उसके साथी लड़की के साथ बदतमीजी कर रहे थे, जिसके बाद इमरान को भी बुरी तरह से पीटा और दरोगा ने जान से मारने की नीयत से पीछा किया।