टीका लगवाने के बाद स्वास्थ्य कर्मी व फ्रंट लाइन वर्कर्स में जोश व उत्साह, अब लोगों को कर रहे जागरूक

कोरोना से डरना नहीं लड़ना है

आजमगढ़ 12 मार्च– कोरोना काल में देश के लोगों की सेवा में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंट लिने वर्कर्स दिन-रात बिना छुट्टी लिए सेवा में लगे रहे| लंबे इंतजार के बाद सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 को मात देने के लिए 16 जनवरी 2020 से शुरू हुये टीकाकरण अभियान में उत्साह के साथ टीका लगवा कर अपनी ज़िम्मेदारी निभाई|
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि सरकार ने तीन चरणों में कोरोना टीकाकरण के निर्देश दिये जिसके तहत प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स व तीसरे चरण में आम लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण किया जा रहा है| कोविड महामारी योद्धाओं ने जीत हासिल की ठीक उसी तरह कोविड टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग व फ्रंटलाइन वर्कर ने बड़ी उत्साह और जोश के साथ अपना टीका लगवाए हैं|
कोरोना योद्धाओं ने कोरोना को मात देने के लिए टीकाकरण में बढ़–चढ कर जोश और उत्साह के साथ अपना टीकाकरण के बाद अपनी बात साझा कर रहें हैं |
अपर जिला अधिकारी प्रशासन नरेंद्र कुमार ने कहा कि वह 56 साल के हैं। टीकाकरण से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। टीका लगने के बाद 30 मिनट तक केंद्र पर आराम करने के तुरंत बाद ही अन्य केंद्र पर आयोजित टीकाकरण का निरक्षण करने के लिए गया| भ्रम में बिल्कुल न आयें। टीका हमारी सुरक्षा के लिए हैl
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार ने कहा कि वह 55 साल के हैं, जिस दिन उन्हें टीका लगना था, समय से पहुँच कर उन्होने टीका लगवाया । सबसे पहले टीका लगवाकर विभाग के अन्य कार्य में व्यस्त हो गया| कोरोना को मात देना के लिए टीका ही एकमात्र विकल्प है|
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाई के राय ने बताया कि वह 54 साल के हैं| टीकाकरण कार्यक्रम आयोजन का बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी विभाग द्वारा हमें दी गई है जिस कारण रोज सैकड़ों लोगों से मिलना होता है और बैठकों में शामिल होना होता है। इस स्थिति में हमें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखनी चाहिए। साथ ही कोविड टीकाकरण करवा लेना चाहिए।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 गुरू प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वह 57 साल के हैं, टीका का दोनों डोज ले चुके हैं। टीका के दौरान न घबराहट हुई न कोई दिक्कत। इसमें सिर्फ फायदा है और किसी किस्म का नुकसान नहीं है। कोविड टीका के प्रति फैले अफवाहों में न आये|
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) विपिन पाठक ने कहा कि वह 40 साल के हैं । भारत में बनी वैक्सीन से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। टीके की दोनो डोज ले चुके हैं। एक लंबी लड़ाई के बाद सफल परीक्षण के बाद कोविड टीका द्वारा लोगों को सुरक्षित रखने का जो मौका मिला है। उस मेहनत पर पानी न फेरे बारी आये तो टीका जरूर लगवाएं|
टीकाकरण के बाद भी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मॉस्क का इस्तेमाल, हाथों को साबुन पानी से 60 सेकेंड तक धुलें, घर से बाहर निकलते समय पॉकेट में सेनेटाइजर अवश्य रखें। कोशिश करें कि दो गज दूरी के नियम का पालन हो। खांसते-छींकते समय मुंह पर रूमाल या टिश्यू पेपर या हाथों की कुंहनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।