बड़ौदा यूपी बैंक कर्मी रहे हड़ताल पर, लगभग 40 करोड़ का लेनदेन हुआ प्रभावित


आजमगढ़। 
बैंको के निजीकरण के विरोध एवं ग्रामीण बैंको में 11वां वेतन समझौता लागू करने की मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम आफ आर आर बी यूनियंस के आहवान पर बड़ौदा यूपी बैंक आज़मगढ़ के बैक कर्मियों ने 75 बैंक शाखाओ का कार्यभार ठप रखकर दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन हड़ताली कर्मियों ने चौक स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष जमकर प्रदर्शन किया। पहले दिन हड़ताल से लगभग 35-40 करोड़ रूपया का लेन-देन प्रभावित हुआ।
हड़ताल को संबोधित करते हुए यूपी ग्रामीण बैंक अधिकारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्र तिवारी कुंदन ने कहा कि बैकिंग उद्योग में नवंबर 2020 में हुए वेतन समझौता को ग्रामीण बैंकों में लागू करने को अभी तक भारत सरकार ने आदेश जारी नहीं किया हैं जिसके कारण बैंकर्स बेहद नाराज है। कई बार सरकार से बात की गयी लेकिन आज तक कोई सकारात्मक कार्य नहीं हुआं और विवश होकर जनसहयोग की भावना रखने वाले बैंककर्मी अपने हक-हकूक के लिए हड़ताल को बाध्य हुए। श्री कुन्दन ने आगे कहा कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको में 11वां वेतन समझौता, पुरानी पेंशन स्कीम सहित अन्य सभी मांगे जल्द ही पूर्ण नही हुई तो भविष्य में आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जिसके तहत अनिश्चित कालीन हड़ताल भी की जाएगी।
इम्प्लॉइज फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री एल के सिंह ने भारत सरकार की बैंक विरोधी नीतियों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि सरकार ने बैंकों के निजीकरण का निर्णय कारपोरेट घरानों के पक्ष में लिया है, सरकारी बैंकों के निजीकरण से सोशल बैंकिंग समाप्त हो जाएगी जिससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
प्रदर्शन करने वालो में पूर्ववर्ती काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महामंत्री श्री शशिकान्त श्रीवास्तव एवं इम्प्लॉइज एसोसिएशन के महामंत्री प्रवीण कुमार, सहायक महामंत्री यशवीर सिंह, सचिव गौरव दुबे, सुभाष यादव, अनुज श्रीवास्तव, आशीष तिवारी, आई सी श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, आलोक सिंह, निशांत सिंह, सूरज झा, आशुतोष सिंह, शाहिद खान, पवन सिंह सहित सैकड़ों बैंक कर्मी उपस्थित रहे