दूसरे दिन भी लटकते रहे बैकों में ताले, डेढ़ अरब का कारोबार प्रभावित

मांगे नहीं हुई पूरी तो अनिश्चितकालीन होगा हड़ताल : सुभाष चन्द्र तिवारी
आजमगढ़। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस एवं आर आर बी यूनियंस के संयुक्त आहवान पर जनपद में दूसरे दिन भी सभी सरकारी बैंकों में ताले लटकते नजर आये।  इस बंदी से जहां उपभोक्ता हलकान रहे, वहीं बैंक कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकालते हुए वादा खिलाफी का आरोप लगाया। बैंक हड़ताल के दूसरे दिन लगभग डेढ अरब रूपये का कारोबार प्रभावित हुआ। इसके साथ ही एटीएम में पैसा न होने के कारण लोगों को निराश ही वापस लौटना पड़ा। उधर, बड़ौदा यूपी बैंक कर्मियों ने चौक स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से जुलूस निकालते हुए शहर का चक्रमण कर प्रदर्शन किया वहीं यूनियन बैंक आफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय सिविल लाइन में सभी बैंकों के कर्मियों की एक विशाल सभा हुई।
विशाल सभा को संबोधित करते हुए यूपी ग्रामीण बैंक अधिकारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन ने कहा कि आमजनता के हितों को ताक पर रखकर केंद्र सरकार कारपोर्रेट घरानों के पक्ष में अनेक निर्णय ले रही है। सरकारी बैंकों के निजीकरण का निर्णय कारपोर्रेट घरानें को मजबूत करने एवं आमजनता को सोशल बैकिंग से विमुक्त करने की साजिश है। जिसे संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। केंद्र सरकार अगर अपने निर्णय को वापस नहीं लेगी तो संगठन आर-पार की लड़ाई लडते हुए सरकार को सबक सिखाने के लिए आगामी दिनों में अनिश्चतकालीन हड़ताल करने को बाध्य होंगे।
अध्यक्षीय संबोधन में यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के प्रदेश सहायक मंत्री विष्णु गुप्ता ने कहा कि सरकारी बैंकों ने विभिन्न ऋण योजनाओं के माध्यम से कृषि क्षेत्र में मदद पहुंचाकर किसानों का जीवन स्तर उठाया है। छात्रों, महिलाओं एवं गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को हमेशा ऋण सुविधाएं प्रदान की जा रही है, जबकि प्राइवेट बैंक केवल बड़े व्यापारियों, विशेष दर्जे के लोगों को ही अपनी सुविधाएं मुहैया कराने में प्राथमिकता देते है। ऐसे में निजीकरण का निर्णय आमजनता के विरूद्ध है।
ग्रामीण बैंक इम्प्लॉइज फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष एल के सिंह ने कहा कि ग्रामीण बैंकों में 11वां वेतन समझौता अभी तक लागू नहीं किया गया है। जिससे कर्मियों में काफी नाराजगी व्याप्त है। संचालन राजेश प्रताप ने किया।
इस मौके पर विकास सिंह, राजकुमार, सत्यनारायण, बृजेश यादव, शशिकान्त श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार, यशवीर सिंह, गौरव दुबे, सुभाष यादव, अनुज श्रीवास्तव, आशीष तिवारी, आई सी श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, आलोक सिंह, सुभाष श्रीवास्तव, शैलेश, अमित सिंह, दुर्गेश, जर्नादन,  बदरे आलम, आशुतोष सिंह, शाहिद खान आदि सहित भारी संख्या में बैंक कर्मी मौजूद रहे।