2022 का चुनाव और मुख्यमंत्री योगी जी का नेतृत्व- डॉ0अखिलेश चन्द्र

भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने विगत 15 दिनों की जद्दोजहद के बाद आखिर 2022 के चुनाव के मद्देनजर अपना उत्तर प्रदेश का नेतृत्व माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी में घोषित करके एक बहुत बड़े राजनीतिक विवाद का पटाक्षेप आखिर कर दिया।अफसोस के साथ कहना यह है कि यह जो उठापटक थी यह नहीं होनी चाहिए थी,पर संयोगवश ऐसा हुआ।उत्तर प्रदेश में जो सरकार पूरी मुस्तैदी से कोरोना पेंडमिक पीरियड में बहुत सावधनी से एक-एक कदम आगे बढ़ा रही है वो काबिलेतारीफ है हालांकि बीच मे स्थितियां खराब हुई थी जो महामारी के दौर में अक्कसर हाथ से निकलती दिखने लगती है और ऐसा हुआ भी हमने अपने बहुत से लोगों को खोया जिसकी भरपायी भविष्य में नही हो पाएगी।पर देर आये दुरुस्त आये।सरकार सभी के प्रति अपनी संवेदना रखते हुए उनके पारिवारिक लोगों का ख्याल भी रख रही है और भविष्य की चुनौतियों हेतु अपने को तैयार भी कर रही है। टीम 11 की जगह टीम 09 ने माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश में किसी तरह स्थिति को सम्भालते हुए उत्तर प्रदेश को वो सब देने की कोशिश की है जो एक मुख्यमंत्री को देना चाहिए।
लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले जी के प्रवास से ही अटकलें तेज हुई और राष्ट्रीय महासचिव बी0एल0सन्तोष के प्रवास के दौरान परवान भी खूब चढ़ी की किसकी कुर्सी जा रही है और किसको कुर्सी दी जा रही है।अलग-अलग मंत्रियों से फीडबैक लेना,असन्तुष्ट विधायक और सांसद का व्यू जानना,और सत्ता के गलियारों में खेमेबाजी होना यह पार्टी का अंदुरुनी मामला है पर मीडिया के गलियारों में खूब चर्चा रही ।लोग चैनल बदल -बदल कर बड़ी रोचकता से यह जानने की फ़िराक में लगे रहें कि लखनऊ में बड़ा बदलाव क्या हो सकता है?कोई उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य को पार्टी अध्यक्ष बनता देख रहा था,तो कोई माननीय एम0एल0सी0 श्री अरविंद शर्मा को उपमुख्यमंत्री तो कोई माननीय श्री स्वतंत्र देव सिंह अध्यक्ष को सत्ता में मंत्री।कुछ खेमेबाजी तो इस कदर भी बढ़ी हुई थी कि शायद उत्तर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन ही न हो जाय।
इन तमाम बातों के बीच मैं पूर्णतः 100%आश्वस्त था और भविष्य में भी आश्वस्त हूँ कि उत्तर प्रदेश की सत्ता में माननीय योगी जी का वर्तमान समय में भाजपा में कोई विकल्प है ही नही।कयास लगाने के लिये आप स्वतंत्र है लगा सकते हैं।’मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ देखने का सबको हक है और सबने अपने -अपने तरीके से देखा भी।
भाजपा जिन मुद्दों को लेकर चलती है उन मुद्दों को जनता के बीच ले जाने औऱ उनका समाधान ढूढ़ने में योगी जी का कोई मुकाबला है ही नहीं।हिंदुत्व की बात हो,धारा 370 की बात हो,भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर निर्माण हो,कुंभ स्नान का बेहतरीन नेतृत्व हो,कोविड 19 के पेंडमिक दौर में 55 जिलों का खुद जाकर निर्देशन और समस्या का समाधान हो,यह सब सिर्फ वहीं कर सकते थे।जिन दिनों पूरा प्रदेश कराह रहा था योगी जी घर नही बैठे वो लगातार जनता के बीच रहें, जनता की समस्या जाना उनका समाधान खोजने के लिये जूझते दिखे।उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था भी अन्य प्रदेश से बेहतर है।जहाँ-जहाँ गलती हुई वहाँ-वहाँ योगी जी खुद डैमेज कन्ट्रोल करते ,खुद सामने नजर आये।सवाल जनता का हो,सवाल सत्ता का हो,सवाल ब्यूरोक्रेसी का हो वो हर चीज सम्भालते नज़र आते हैं।अपनी बात बड़ी बेबाकी से बिना लागलपेट के सीधे-सीधे आपके मुँह पर कहने का माद्दा भी रखते हैं।किसी से न डरते हैं और न ही किसी को डराते हैं।योगी जी की नजर में कानून का राज होना चाहिए और वो इसे करते भी दिखते हैं।
आज भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रभारी मंत्री श्री राधा मोहन सिंह जी ने माननीय महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी से अभी-अभी मुलाकात की है और उन्होंने इस बात की पुष्टि भी कर दी है कि योगी जी के नेतृत्व में संगठन और सरकार में सब ठीक -ठाक है।आज ही उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह जी ने भी कहा है कि योगी से अच्छा सीएम कोई हो ही नही सकता।
एक बात जो थोड़ी हैरानी की इन घटनाओं के बीच लगी वो ये कि कल माननीय मुख्यमंत्री योगी जी का जन्मदिन था और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की तरफ से और माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी की तरफ से और माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे0 पी0 नड्डा जी की तरफ से उन्हें ट्विटर पर बधाई संदेश नही दिया गया।यह बात सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया में भी खूब चली,और छपी भी।इसके अलग -अलग निहितार्थ और कयास लगाए जा रहें हैं।यह भी ठीक नही है।पार्टी एक परिवार है और यहाँ कोई छोटा या बड़ा नहीं।
भाजपा में जब से गुजरात कैडर के श्री अरविंद शर्मा जी जो प्रधानमंत्री के बहुत करीबी और भरोसेमंद है की इंट्री उत्तर प्रदेश में हुई है तभी से हर वक्त कुछ नया घटित हो रहा है।प्रधानमंत्री जी शर्मा जी को कुछ बड़ा पद दिलवाकर योगी जी के कद को कम करने में लगे हैं तो योगी जी अपने ऊपर किसी को देखना चाहते नहीं हैं।
दोनों माननीय अपनी-अपनी जगह अपने को सही साबित करने में लगे है और पार्टी की बात बाहर जाने से किरकिरी हो रही है।इस बात को जो मेरी समझ से इतनी बड़ी बात भी नही है दोनों बड़े नेता आपस में मिलकर बात करके हल कर लें तो पार्टी और केंद्र तथा राज्य सरकार के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं में भी संशय की स्थिति समाप्त हो।क्या आज अरविंद शर्मा इतने बड़े हो गये हैं कि उनके नाम पर पूरी पार्टी में गलत संदेश जाय और उनका कद यदि इतना बड़ा ही है तो उन्हें केन्द्र में ही क्यों नहीं जगह दे दी जाती।
भारतीय जनता पार्टी को 2022 में योगी जी के नेतृत्व में चुनाव में जाना है और पुनः सत्ता में आना है तो उसे अपने स्लोगन को भी ध्यान देना होगा।’सबका साथ,सबका विकास और सबका विश्वास’की कड़ी भी कहीं न कहीं उत्तर प्रदेश में कमजोर हुई है इस बात का गहराई से चिंतन करना होगा।कहाँ कमी रह गयी है उसका मंथन करना होगा?उच्च पदस्थ पदाधिकारीगण को अपने अगल-बगल के चाटूकारिता करने वाले लोगों को छोड़कर कुछ ज़मीनी कार्यकर्ताओं से गहन चर्चा करनी होगी अन्यथा देर होते देर नही लगेगी और बहुत देर हो जाएगी।
पार्टी में कुछ असन्तोष रखने वाले नेताओं के लिये अलग से बात कर सत्ता का लघु विस्तार भी भविष्य में किया जा सकता है ।जहाँ अधिक लोग होते हैं वहाँ यह स्वाभाविक भी है।जब हमारे अपने हांथ की पांच अंगुलियां आपस मे बराबर नहीं हैं तो असन्तोष होना लाजिमी भी है।पार्टी सभी के सहयोग से ही 2022 का मिशन प्राप्त कर सकती है।
2017 में 14 वर्ष का राजनीतिक वनवास झेल कर सत्ता में आयी पार्टी सिर्फ बड़े नेताओं के कारण ही सत्ता में नही आयीं है उसमें जमीनी कार्यकर्ताओं की मेहनत और संघर्ष है।जब पार्टी सत्ता में आ जाती है तो उन कार्यकर्ताओं को देवतुल्य कहकर महिमामण्डित तो करती है पर उनका सुध उतना नही रखती जितना चुनाव नजदीक आने पर देने लगती है।किसी भी राजनीतिक पार्टी की जान उसका कार्यकर्ता होता है उसे सम्मान मिलना चाहिये।आगे की राहें इतनी आसान नहीं है।अमीर ख़ुसरो की कही बात से अपनी बात समाप्त करता हूँ-‘बहुत कठिन है डगर पनघट की’।इस बात में जो पनघट है वह 2022 की सत्ता का रास्ता है और यदि वहां तक जाना है तो सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखकर ही राह आसान होगी।

डॉ0 अखिलेश चन्द्र जिला संयोजक:प्रबुद्ध प्रकोष्ठ भाजपा आजमगढ़
9415082614