मोदी सरकार ने किसानों को गर्त में ढकेलने के लिए तीन काला कानून पारित कराया है – शशिप्रकाश सिंह

आजमगढ़। पूंजीपतियों को लाभ पहुचांने की गरज से मोदी सरकार ने किसानों को गर्त में ढकेलने के लिए तीन काला कानून पारित कराया है, जब किसान इनकी मंशा को समझकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है तो प्रदर्शन को ही बदनाम करने की साजिश कर दी गयी।
उक्त बातें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रवक्ता शशिप्रकाश सिंह मुन्ना समेदा ने प्रेस को जारी बयान में कहीं। श्री मुन्ना समेदा यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि किसानों, गरीबों और बेरोजगारों का भला करने के नाम पर सत्ता में आयी मोदी सरकार सत्ता मिलते ही इन्हीं के भक्षक के रूप में काम कर रही है। मोदी सरकार केवल अपने बड़े पूंजीपतियों से याराना निभाने के लिए तीन काला कानून पारित किया है, जिसका लाभ केवल-केवल पूंजीपतियों को मिलेगा वहीं इस कानून से किसान को हानि होगी। उन्होंने कहा कि सुभासपा और मोर्चा के लोग किसानों के साथ हैं, किसी भी दशा में इनकी ज्यादती, हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। केंद्र सरकार किसानों के हित को देखते हुए तीनों काले कानून को वापस नही करती है तो मोर्चा के लोग आगामी रणनीति तैयार कर खुद प्रदर्शन करेंगे, जो मादी सरकार को उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगा। देश में बेरोजगारी चरम पर है और सरकारी इकाईयों को बेचकर सरकार अपनी जिम्मेदारियों से हाथ खड़ा कर रही है। ऐसे गैरजिम्मेदार सरकार को अपनी दशा-दिशा पर नैतिकता के आधार पर विचार करते हुए खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए। ऐसे सरकार को दशा को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं हैं। ऐसे लगता है कि पीएम मोदी शूट-बूट को ही विकास मानते है जबकि देश की स्थिति आज सोचनीय है।