आजमगढ़ 03 मई– कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि प्रायः यह देखने में आ रहा है कि निजी कोविड/नॉन कोविड अस्पतालो मे कोरोना से संक्रमित भर्ती मरीजों व उनके तीमारदारों से चिकित्सकों द्वारा रेमडीसिवर इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाने का दबाव बनाया जा रहा है और उन्हें परेशान किया जा रहा है, यह उचित नही है।
जिलाधिकारी ने बताया कि रेमडीसिवर इंजेक्शन एक एंटीवायरल दवा है, जिसका इस्तेमाल कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में भारत सरकार/राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार किया जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि जो कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीज नहीं है और जिन मरीजों को रेमडीसिवर इंजेक्शन लगाए जाने की जरूरत नहीं है तो उन मरीजों व उनके तीमारदारों से रेमडीसिवर इंजेक्शन लगाने हेतु उपलब्ध कराने के लिए दबाव न बनाया जाए।
जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि यदि इस प्रकार की अब कोई शिकायत प्राप्त होगी तो संबंधित निजी कोविड/नॉन कोविड अस्पतालों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।